बोकारो: बोकारो हवाई अड्डे से उड़ान सेवा शुरू करने की कवायद शुरू हो चुकी है. हवाई अड्डे की बाउंड्री से सटे झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को अब यहां से बेदखल कर दिया जाएगा. लोगों को बेघर होने का डर सताने लगा है. उन्होंने प्रशासन से रहने के लिए घर की मांग की है.
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एयरपोर्ट के आस-पास रहने वाले लोगों की मांग: लोगों ने प्रशासन ने उन्हें कहीं अन्य जगह बसाने की मांग की है. उनका कहना है कि वे पिछले कई वर्षों से यहां रहकर अपने और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं. कहा कि हवाई सेवा का शुरू होना बोकारो के लिए अच्छी खबर है, हमलोग इसका विरोध नहीं करते हैं. लेकिन हमारे आवास की भी व्यवस्था होनी चाहिए. हवाई अड्डे के बगल में सुरक्षा के दृष्टिकोण से झुग्गी झोपड़ी और बुचड़ खाने को हटाना जरूरी है. ऐसे में प्रशासन जल्द ही कार्रवाई शुरू करने वाली है.
भाजपा विधायक विरंची ने क्या कहा: बोकारो के भाजपा विधायक बिरंचि नारायण ने भी कहा कि हवाई सेवा शुरू करने के लिए झुग्गी झोपड़ियां को हटाना बहुत जरूरी है. कहा कि ये लोगों की सुरक्षा का सवाल है. जिससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता है. कहा कि जल्द हवाई अड्डे का काम पूरा हो जाएगा. गौरतलब है कि जिला प्रशासन इस दिशा में कार्रवाई करने के लिए योजना तैयार कर लिया है. उन्होंने बताया कि उड़ान के लिए डीजीसीए से अनुमति को लेकर फॉर्म आदि भरा जा चुका है. अब राज्य सरकार को एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड वाहन देना है.
इनसे है बर्ड स्ट्राइक का खतरा: एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी के अनुसार एयरपोर्ट के नजदीक खुली मांस और मछली की दुकानें हटाने का मीटिंग में निर्णय हुआ है. वहीं, कुत्तों के प्रवेश से खतरे को देखते हुए वन विभाग जरूरी कदम उठाएगा. मांस मछली की दुकान हटने से बर्ड स्ट्राइक का खतरा नहीं होगा, जिससे दुर्घटना होने की संभवना नहीं होगी.
क्या होता है बर्ड स्ट्राइक: जानकार बताते हैं कि पक्षियों के टकराने की घटनाएं अधिकतर विमान के टेकऑफ या लैंडिंग (Takeoff and landing) के समय होती हैं. जब विमान टेक ऑफ या लैंड (Takeoff and landing) कर रहा होता है तो एयरपोर्ट के आस-पास उड़ रहे पक्षियों के टकराने का खतरा सबसे अधिक होता है. ये पक्षी कम ऊंचाई पर उड़ रहे होते हैं इसलिए विमान की चपेट में आ जाते हैं. इससे विमान को क्षति पहुंचती है और कई बार यह दुर्घटनाग्रस्त (crashed) हो जाता है.