बोकारोः डुमरी विधानसभा उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक तापमान भी बढ़ता नजर आ रहा है. सोमवार रात को चंद्रपुरा प्रखंड के नर्रा में आयोजित आजसू प्रमुख सुदेश महतो के जनसंपर्क अभियान में आजसू और जेएमएम कार्यकर्ता एक दूसरे के साथ भिड़ गए और नारेबाजी करने लगे. पुलिस के आने के बाद मामला शांत हुआ.
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जेएमएम समर्थकों ने गोमिया के आजसू विधायक डॉक्टर लंबोदर महतो की गाड़ी रोककर जमकर नारेबाजी की और लंबोदर महतो वापस जाओ का नारा लगाने लगे. इस हंगामे के बीच बोकारो से भाजपा विधायक बिरंचि नारायण भी साथ मौजूद रहे. विधायक के विरोध होने की सूचना पर चंद्रपुरा पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया. इस मामले में बेरमो एसडीएम ने भी संज्ञान लिया है और कार्यक्रम की टाइमिंग और परमिशन को भी प्रशासन की ओर से खंगाला जा रहा है.
इस विरोध प्रदर्शन और हंगामे के दौरान आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बातों को रखने का अधिकार है. इस तरह की हरकत करके कोई मेरी आवाज को दबा नहीं सकता है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव से पहले ही झामुमो ने हार मान ली है. उन्होंने कहा कि अभी तो हम पंचायत घूम रहे हैं, अब हम गांव-गांव घूमेंगे अगर ताकत है तो वो मुझे रोककर दिखाए. बता दें कि रविवार को आयोजित मुख्यमंत्री की चुनावी सभा में मंत्री बेबी देवी के पुत्र अखिलेश महतो ने बाहरी नेताओं को गांव में नहीं घुसने देने की अपील लोगों से की थी.
विरोध और हंगामे की वजहः विरोध का कारण चुनाव जीतने के बाद आज तक आजसू नेताओं का गांव में नहीं आना बताया जा रहा है. वहीं स्वर्गीय जगरनाथ महतो के भाई गणेश महतो की हत्या में शामिल मुख्य आरोपी को आजसू नेता चुनाव प्रचार के दौरान अपने साथ लेकर चल रहे हैं. जिसके कारण भी आजसू का विरोध होने की बात कही जा रही है.