रांची: रांची लोकसभा सीट पर प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्यशियों ने मंगलवार को नामांकन के दौरान अपनी चल-अचल संपत्तियों का ब्यौरा एफिडेविट के माध्यम से दिया. इस आधार पर रांची सांसद और बीजेपी से अलग हो कर निर्दलीय नामांकन करने वाले प्रत्याशी रामटहल चौधरी की संपत्ति पिछले 5 सालों में सबसे ज्यादा बढ़ी है, जबकि महागठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय की 2014 की तुलना में 5 सालों में संपत्ति में सिर्फ 44 लाख रुपए की बढ़ोतरी हुई है.
बीजेपी प्रत्याशी संजय सेठ के ब्यौरे में उनके पास कुल 96,58,187 रुपए की चल और 43,86,000 की अचल संपत्ति है. वहीं, उनपर एक लाख की देनदारी है. संजय सेठ पर कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है. उन्होंने लॉ और कॉमर्स से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है.
रामटहल चौधरी की 2019 की संपत्ति की बात करें तो उनके पास 1,80,69,786 रुपए की चल और 2,57,24,588 की अचल संपत्ति है, जबकि उनकी पत्नी के पास 2,54,855 रुपए की चल और 19,49,388 की अचल संपत्ति है. एक स्कॉर्पियों वाहन है. आय का स्रोत दूध का व्यापार और भत्ता है. इन पर एक भी आपराधिक मामला नहीं है और उन्होंने मैट्रिक पास की है.
वहीं, सुबोधकांत सहाय की 2019 की संपत्ति की बात करें तो उनकी चल संपत्ति 59,39,811 और अचल संपत्ति 1,23,00000 है, जबकि उनकी पत्नी की चल संपत्ति 77,01,092 और अचल संपत्ति 1,80,50,000 है. वहीं उनके आश्रित की चल संपत्ति 1,14,12,460 और अचल संपत्ति 50 लाख रुपए है. एफिडेविट के मुताबिक उनके पास वाहन नहीं है. आय के स्रोत के रूप में पेंशन और किराया है. उन्होंने विधि स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है और उन पर एक आपराधिक मामला है.
नामांकन के दौरान दिए गए एफिडेविट के मुताबिक 2014 से 2019 की तुलना करने पर यह साफ हो जाता है कि रामटहल चौधरी कि 5 वर्षों में 3 करोड़ 52 लाख की संपत्ति बढ़ोतरी हुई है, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार सुबोधकांत सहाय की संपत्ति में 5 साल के अंदर 44 लाख की बढ़ोतरी हुई है. वर्ष 2014 में भी रामटहल चौधरी और सुबोधकांत सहाय ने रांची लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था. उस दौरान रामटहल चौधरी की कुल संपत्ति लगभग एक करोड़ 74 लाख रुपये की थी. जो बढ़ाकर लगभग 4 करोड़ 60 लाख रुपए हो गई है, जबकि सुबोधकांत सहाय की कुल संपत्ति लगभग 5 करोड़ 89 लाख रुपए की थी. जो अभी लगभग 6 करोड़ 33 लाख रुपए की है.