बोकारो: झारखंड के गिरिडीह लोकसभा सीट पर जुबानी जंग तेज हो गया है. रिजेक्टेड और टाइगर को पिंजरे में कैद करने का शिगूफा यहां खूब चल रहा है. इस सीट पर गहमागहमी तब और बढ़ी जब अपनी ही पार्टी के विधायक ने भी नहीं छोड़ा. जेएमएम के विधायक जय प्रकाश भाई पटेल ने अपने ही पार्टी के उम्मीदवार जगरनाथ महतो को पिंजरे में रखने की बात कही.
सूबे की राजनीति का पारा तब और चढ़ गया जब जेएमएम के मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल बागी हो गए. बागी ऐसे हो गए की जिसके साथ कल तक बैठकर राजनीतिक गुणा-भाग का हिसाब लगाया करते थे. आज उन्हीं को पिंजरे में कैद कराने की बात कर रहे हैं. बागी ऐसे हो गए हैं कि अपने पुराने घर को एक परिवार का स्टेट कंपनी बता कर उस पर निशाना साध रहे हैं.
सीएम रघुवर दास खुलेआम मंच से उनके टाइगर उपनाम वाले साथी को पिंजरे में बंद करने की बात कह रहे हैं. और बागी पटेल उनके सुर में सुर मिला रहे हैं. बता दें कि डूंमरी के जेएमएम विधायक जगन्नाथ महतो खुद को टाइगर का कहलाना पसंद करते हैं. यही वजह है कि जगन्नाथ महतो की गाड़ी पर भी टाइगर लिखा रहता है. इस पर चुटकी लेते हुए चंद्र प्रकाश चौधरी के नामांकन कार्यक्रम के बाद एक सभा में सूबे के मुखिया रघुवर दास ने कहां टाइगर अगर खुले में घूमेगा तो लोगों को नुकसान पहुंचाएगा. ऐसे में टाइगर की जगह पिंजरे में होनी चाहिए. तो वही उसी मंच पर सीएम की बात को दोहराते हुए जय प्रकाश पटेल ने भी कहा कि टाइगर को खुले में नहीं पिंजरे में रहना चाहिए.
जगन्नाथ महतो ने भी पलटवार किया और कहा कि वह कोई पालतू जानवर नहीं है जो कोई उसे पिंजरे में बंद कर दें. जगरनाथ महतो ने जय प्रकाश पटेल पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जय प्रकाश स्वर्गीय टेक लाल बाबू का नाम बेच रहे हैं. बता दें कि जगन्नाथ महतो पर कई अपराधिक मामले चल रहे हैं, जिनमें एक थानेदार की गैर इरादतन हत्या का भी मामला है. जिस पर सुनवाई लगभग पूरी हो चुकी है. राजनीतिक जानकार सीएम के पिंजरे वाले बयान को उस मामले से भी जोड़कर देख रहे हैं.