रांचीः पिछले एक सप्ताह से झारखंड का सबसे बड़ा कारखाना एचईसी बंद पड़ा है. एचईसी के मजदूरों ने काम करना बंद कर दिया है, जिससे कारखाना में किसी तरह का कोई काम नहीं हो पा रहा है. गुरुवार को प्रबंधन के साथ मजदूरों की कई दौर की वार्ता हुई. अब एचईसी के अस्थायी सीएमडी रांची आकर मजदूरों से बातचीत कर रहे हैं.
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पहले दौर में लगभग 3 से 4 घंटे तक की हुई बातचीत के दौरान कोई निर्णय नहीं निकल पाया है. जिसको लेकर HEC CMD Nalin Singhal मजदूरों से एक बार फिर से बात करेंगे. मंगलवार को भी देर शाम तक रांची के श्रम आयुक्त के साथ मजदूर यूनियन के नेता और मजदूरों ने बातचीत की जिसमें कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया था. मजदूरों की जिद को देखते हुए सांसद संजय सेठ ने मजदूरों की समस्या को Ministry of Heavy Industries में रखा. जिसके बाद भारी उद्योग मंत्रालय के निर्देश पर एचईसी के अस्थाई सीएमडी रांची पहुंच कर मजदूरों से फिलहाल बातचीत कर रहे हैं.
HEC में मजदूरों का वेतन पिछले 6 महीने से बकाया है. वेतन की मांग को लेकर वो गुस्से में हैं और लगातार आंदोलन कर रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि पिछले 6 महीने से एचईसी में काम करने वाले कर्मचारियों और कामगारों को वेतन नहीं मिला है. जिस वजह से मजदूर भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. इसी को देखते हुए एचईसी के सीएमडी नलिन सिंघल गुरुवार को रांची पहुंचे और एचईसी प्रबंधन एवं मजदूरों के यूनियन नेता से बातचीत कर रहे हैं. पिछले एक सप्ताह से एचईसी कारखाना बंद है, मजदूर अपने 6 माह के बकाए वेतन को लेकर जिद पर अड़े हैं.