रांची: झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है. 22 दिसंबर तक चलने वाले शीतकालीन सत्र कई मायनों में अहम होगा. पांच दिनों तक चलने वाले इस सत्र में सरकार जहां अपनी उपलब्धि गिनाने की कोशिश करेगी. वहीं विपक्ष सरकार को कई मुद्दे पर घेरने का प्रयास करेगी. सत्र के दौरान 17 दिसंबर को सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2021-2022 का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा.
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16 दिसंबर को सत्र की कार्यवाही की शुरूआत में राज्यपाल द्वारा प्रख्यापित आदेश सदन के पटल पर रखे जाएंगे और शोक प्रकाश होगा. 20 दिसंबर को वाद-विवाद के बाद दूसरे अनुपूरक बजट को पारित किया जाएगा. 20 दिसंबर को मुख्यमंत्री प्रश्नकाल निर्धारित है. इसके अलावा सामान्य कामकाज समेत प्रश्नकाल, शून्यकाल, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव आदि सत्र के दौरान लाए जाएंगे.
14 दिसंबर को होगी हाईलेवल बैठक
शीतकालीन सत्र को लेकर विधानसभा में तैयारी पूरी की जा रही है. कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रॉन को देखते हुए विधानसभा में प्रवेश करने वालों के लिए वैक्सीन का दोनों डोज का सर्टिफिकेट या 24 घंटे पहले का आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर आना अनिवार्य है. विधानसभा के प्रभारी सचिव सैयद जावेद हैदर के अनुसार शीतकालीन सत्र 16 से 22 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य रहेगा. 14 दिसंबर को सदन संचालित करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक, विधायक दलों की बैठक और पत्रकार सलाहकार समिति की बैठक होगी.
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सत्र के दौरान सर्दी में होगी गर्मी का एहसास
ठंड के बीच झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गर्मी का एहसास होने की उम्मीद है. विपक्ष सरकार को जेपीएससी सहित कई मुद्दे पर घेरने की तैयारी में है. वहीं सत्ता पक्ष सरकार की उपलब्धि सदन में गिनाती नजर आएगी. भाजपा मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक के अनुसार राज्य सरकार के पास उपलब्धि के नाम पर जीरो है. जिसका जवाब सदन में सरकार से मांगा जाएगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष धान खरीद, महिला उत्पीड़न, जेपीएससी, कानून व्यवस्था, रोजगार वर्ष सहित कई मुद्दों पर सरकार को घेरेगी. इधर राज्य सरकार के मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने विपक्ष की तैयारी पर चुटकी लेते हुए कहा है कि उनको तैयारी करनी पड़ती है. जबकि हम पहले से ही तैयार हैं. सरकार के पास उपलब्धि गिनाने के लिए कई मुद्दे हैं, जो विपक्ष को करारा जवाब देने के लिए काफी है.