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लॉकडाउन में दीदी किचन साबित हो रहा वरदान, ग्रामीणों ने पीएम और सीएम को दिया आशीर्वाद

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Published : Apr 7, 2020, 4:55 PM IST

रांची के कांके प्रखंड में सखी मंडल के दीदी किचन में रोज सैकड़ों लोग खाने के लिए आते हैं. यहां खाने कि लिए आने वाले सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करते हैं. उन्हीं में से एक बुजूर्ग ने खाने के लिए पीएम और सीएम को धन्यवाद दिया है.

Villagers getting food through Didi Kitchen in kanke ranchi
खिचड़ी खाते ग्रमाण

रांची: जब से कोरोना वायरस के खिलाफ जंग छिड़ी है, सोशल डिस्टेंसिंग के बीच एक ही चुनौती है कि देश का कोई भी नागरिक भूखा ना रहे. इसको ध्यान में रखते हुए झारखंड की हेमंत सरकार हर कदम उठा रही है. इसका असर भी दिख रहा है.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-झारखंड में कोराना के 4 मरीज, देश भर में अब तक 114 लोगों की मौत

दरअसल, ईटीवी भारत की टीम ने रांची में कांके प्रखंड के एक पंचायत में की दीदी किचन का काम देखने और जरूरतमंदों को उसका लाभ भी मिल रहा है या नहीं, इसकी पड़ताल की. खोजबीन करते हुए रांची से करीब 10 किलोमीटर दूर होसिर पंचायत के एकंबा गांव में जब ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो वहां एक बंद स्कूल के बरामदे में बुजुर्ग महिलाएं और बुजुर्गों पुरुष पंक्तिबद्ध बैठे मिले. किसी के सामने थाली थी तो किसी के सामने कटोरा. उसी स्कूल के एक कमरे में नन्हे बच्चे भी बैठे थे. बिल्कुल अनुशासित और सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति सजग.

पीएम और सीएम को दिया आशीर्वाद

एक बुजुर्ग ने बातचीत के दौरान दिल खोलकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आशीर्वाद दिया. बुजुर्गों ने कहा कि कोई बीमारी फैली है जिसके चलते सब कुछ बंद हो गया है, लेकिन सरकार हमारी चिंता कर रही है और हम लोगों को पिछले कई दिनों से भरपेट खाना मिल रहा है. इस आशीर्वाद में कोई लाग लपेट नहीं था यह दिल से निकली हुई आवाज थी.

वहीं, हेमंत सरकार के निर्देश पर जेएसएलपीएस यानी झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की तरफ से कांके प्रखंड के 32 पंचायत के अलग-अलग गांव में दोपहर और रात के वक्त बेसहारा लोगों को खिचड़ी खिलाई जा रही है. यह व्यवस्था राज्य के सभी पंचायतों में शुरू की गई है. सखी मंडल की दीदी खुद मिलजुल कर भोजन पकाती हैं और बुजुर्ग बेसहारों को खाना खिलाती हैं.

रांची: जब से कोरोना वायरस के खिलाफ जंग छिड़ी है, सोशल डिस्टेंसिंग के बीच एक ही चुनौती है कि देश का कोई भी नागरिक भूखा ना रहे. इसको ध्यान में रखते हुए झारखंड की हेमंत सरकार हर कदम उठा रही है. इसका असर भी दिख रहा है.

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दरअसल, ईटीवी भारत की टीम ने रांची में कांके प्रखंड के एक पंचायत में की दीदी किचन का काम देखने और जरूरतमंदों को उसका लाभ भी मिल रहा है या नहीं, इसकी पड़ताल की. खोजबीन करते हुए रांची से करीब 10 किलोमीटर दूर होसिर पंचायत के एकंबा गांव में जब ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो वहां एक बंद स्कूल के बरामदे में बुजुर्ग महिलाएं और बुजुर्गों पुरुष पंक्तिबद्ध बैठे मिले. किसी के सामने थाली थी तो किसी के सामने कटोरा. उसी स्कूल के एक कमरे में नन्हे बच्चे भी बैठे थे. बिल्कुल अनुशासित और सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति सजग.

पीएम और सीएम को दिया आशीर्वाद

एक बुजुर्ग ने बातचीत के दौरान दिल खोलकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आशीर्वाद दिया. बुजुर्गों ने कहा कि कोई बीमारी फैली है जिसके चलते सब कुछ बंद हो गया है, लेकिन सरकार हमारी चिंता कर रही है और हम लोगों को पिछले कई दिनों से भरपेट खाना मिल रहा है. इस आशीर्वाद में कोई लाग लपेट नहीं था यह दिल से निकली हुई आवाज थी.

वहीं, हेमंत सरकार के निर्देश पर जेएसएलपीएस यानी झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की तरफ से कांके प्रखंड के 32 पंचायत के अलग-अलग गांव में दोपहर और रात के वक्त बेसहारा लोगों को खिचड़ी खिलाई जा रही है. यह व्यवस्था राज्य के सभी पंचायतों में शुरू की गई है. सखी मंडल की दीदी खुद मिलजुल कर भोजन पकाती हैं और बुजुर्ग बेसहारों को खाना खिलाती हैं.

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