दिल्लीः झारखंड में बीजेपी और आजसू का गठबंधन टूट की कगार पर पहुंच चुका है. झारखंड चुनाव प्रभारी ओम माथुर ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ उनके आवास पर बैठक की, जिसमें आजसू की मांगों पर चर्चा की गई. आजसू 17 सीटों और साझा न्यूनतम कार्यक्रम के मांग पर अड़ी हुई है. आजसू के इस रुख से अमित शाह नाराज बताए जा रहे हैं.
झारखंड में आजसू को बीजेपी सिर्फ 10 सीट देना चाहती है. इस बीच आजसू ने कुछ वैसी सीटों पर भी उम्मीदवार उतार दिए हैं, जहां पर बीजेपी ने पहले ही उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी थी. इस बात पर बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व आजसू से नाराज है. बीजेपी चाहती है कि जिन सीटों पर बीजेपी के खिलाफ आजसू ने उम्मीदवार उतारे हैं, वहां से वो अपने उम्मीदवार वापस ले.
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आजसू ने फिलहाल 13 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, इनमें 3 ऐसी सीट हैं जहां पर बीजेपी ने भी उम्मीदवारों की घोषणा की है. आजसू ने झारखंड बीजेपी अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के खिलाफ भी उम्मीदवार उतारा है. लक्ष्मण गिलुवा चक्रधरपुर से चुनाव लड़ रहे हैं, आजसू ने यहां से रामलाल मुंडा को टिकट दिया है. ऐसे ही सिमरिया सीट से आजसू ने मनोज चंद्रा को टिकट दिया है, जबकि बीजेपी इस सीट से किशुन दास को टिकट दे चुकी थी. लोहरदगा से बीजेपी ने सुखदेव भगत को उम्मीदवार बनाया है जबकि आजसू से नीरु शांति भगत ने पर्चा दाखिल कर दिया है.
भाजपा ने अब तक 53 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है और सूत्रों के अनुसार 27 प्रत्याशियों की सूची भी जल्द जारी हो जाएगी. इसमें सिर्फ हुसैनाबाद के प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने की वजह से वहां भाजपा एक निर्दलीय को अपना समर्थन देगी.
सूत्रों के अनुसार भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर आज सुबह 10.30 बजे रांची आने वाले थे लेकिन अचानक उनका समय बदल गया और शाम में शिफ्ट हो गया. हालांकि शाम में वे दिल्ली में ही अमित शाह से मिलने पहुंच गए और अब उनके शुक्रवार को आने की संभावना है.