रांचीः नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के आरोप में लालपुर थाना पुलिस ने गुरुवार को केस दर्ज कर नॉक्स एजेंसी के संचालक सह डायरेक्टर राकेश कुमार और कंपनी की महिला डायरेक्टर मनीषा सहाय को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों के खिलाफ पीयूष आनंद ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
पीड़ितों ने किया था हंगामा
आरंभिक पूछताछ में दोनों आरोपियों ने सैकड़ों युवक-युवतियों से एक-एक हजार रुपये लेने की जानकारी दी है. पुलिस की आरंभिक जांच में पेटीएम वॉलेट के जरिये मनीषा सहाय के भी अकाउंट में रुपये भेजे जाने की जानकारी मिली है. पुलिस के अनुसार एंजेंसी का पहले दूसरा नाम था, जो लोगों को नौकरी दिलाने के लिए कंसल्टेंसी करती थी. बाद में दोनों आरोपियों ने मिलकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के लिए योजना तैयार की और नाम बदल दिया. कंपनी में जब कोई युवक या युवती नौकरी के लिए पहुंचता, तब उन्हें फॉर्म भरवाकर नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया जाता था. इसके एवज में उनसे 1000 से लेकर 1500 रुपए लिए जाते थे.
बुधवार को ठगी के शिकार लोगों ने लालपुर थाना क्षेत्र के अमरावती कांप्लेक्स के पीछे नॉक्स एजेंसी के कार्यालय में हंगामा किया था, जिसके बाद पुलिस वहां मामले की जांच के लिए पहुंची थी. जांच के दौरान पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए संचालक को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया था.
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ठगी कराने की देते थे नौकरी
रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसे वसूलने के बाद उन्हें यह कहा जाता था कि आप को प्रतिमाह तनख्वाह के रूप में 10 से 15 हजार रुपये मिलेंगे. इसके बाद दोनों आरोपी एक दो युवकों को काम पर रख लेते थे और उन्हीं के मोबाइल नंबर से ही दूसरे युवक से ठगी करने के लिए उससे फोन कराने का भी काम करते थे. पुलिस के अनुसार एक तरह से दोनों आरोपियों ने ठगी के लिए नेटवर्किंग का कारोबार स्टार्ट किया था. पुलिस के अनुसार ठगी के शिकार लोगों की संख्या करीब 100 हो सकती है, लेकिन पुलिस के पास अभी करीब 15 लोग ही पहुंचे हैं. मामले में पुलिस कुछ और बिंदुओं पर भी जांच कर रही है.