नई दिल्लीः केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि बजट से आने वाले दिनों में आम लोगों को काफी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि बजट में सभी वर्ग के लोगों का खास ध्यान रखा गया है. अर्जुन मुंडा ने बताया कि झारखंड में आदिवासी संग्रहालय की स्थापना की जाएगी. साथ ही देश में और भी कई सारे आदिवासी संग्रहालय खुलेंगे, यह एक अहम निर्णय है.
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उन्होंने कहा कि आदिवासी विकास के लिए सालाना बजट में 53 हजार 700 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. अनुसूचित जनजातियों के विकास के लिए 2020-21 में 53 हजार 700 सौ करोड़ का प्रावधान है. केंद्र सरकार ने आयकर की दरों में भी कटौती कर के करदाताओं को तोहफा दिया है. उन्होंने बताया कि सालाना 5 लाख तक की कमाई करने वालों को अब आयकर नहीं देना होगा. वहीं, किसानों के लिए बजट में 16 सूत्री फार्मूला की घोषणा से कृषि और किसानों को लाभ मिलेगा.
दूसरी ओर कांग्रेस ने बजट पर तंज कसा है. पार्टी का आरोप है कि बजट में रोजगार शब्द का जिक्र तक नहीं है. पांच नए स्मार्ट सिटी बनाने की बात कही गई लेकिन पिछले 100 स्मार्ट सिटी का जिक्र तक नहीं हुआ. कांग्रेस ने सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों की संख्या कैसे बढ़ गई. 5 ट्रिलियन इकॉनामी जुमला ही निकली.
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वहीं, विपक्ष पर पलटवार करते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा कि विपक्ष को सरकार का कोई कदम अच्छा ही नहीं लगता. इस कारण कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियां हाशिए पर हैं. बजट बहुत ही बेहतरीन है, विपक्ष का काम ही है सिर्फ सवाल उठाना है.
उन्होंने कहा कि कृषि उड़ान योजना से पूर्वोत्तर राज्यों और खासकर जनजाति बहुल इलाके के किसानों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध होगा. सरकार 2022 तक सबको मकान मिले इसके लिए सस्ते मकानों की खरीद के लिए डेढ़ लाख रुपए के अतिरिक्त कटौती को 1 साल और बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. अर्जुन मुंडा ने कहा कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के लोगों को ध्यान में रखते हुए यह बजट लाया गया है. यह लोकप्रिय बजट है.