पटनाः बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र (Monsoon session of Bihar Legislature) का आज चौथा दिन है. आज प्रथम अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी. चर्चा के बाद सरकार का उत्तर भी होगा लेकिन चर्चा में विपक्षी सदस्य भाग नहीं ले रहे हैं. कल ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) ने अग्निपथ योजना (Agneepath Protest) पर सदन में चर्चा नहीं कराए जाने के कारण विपक्ष की ओर से सदन के बहिष्कार की घोषणा की थी. वहीं, आज विधानसभा परिसर स्थित कर्पूरी ठाकुर की मूर्ति के नीचे सभी विपक्षी दलों के नेताओं के साथ तेजस्वी धरना भी देंगे.
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विपक्ष के बहिष्कार के बीच सदन की कार्यवाही शुरू:
- बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू
- विपक्ष के सदस्य सदन में नहीं हैं मौजूद
- सभी विपक्षी सदस्यों ने सदन का किया है बहिष्कार
- बिना विपक्ष के चल रहा है प्रश्नकाल
- अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष का विरोध प्रदर्शन
- विपक्षी सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के चैम्बर के बाहर धरना पर बैठे
- भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने सदन में उठाया मामला. कहा- बिहार शौचालय के निर्माण में देश के दूसरे राज्यों से अभी काफ़ी पीछे है. इसके पीछे क्या वजह है. क्या अधिकारियों की वजह से बिहार में शौचालय निर्माण कम हुआ है?
- ग्रामीण मंत्री श्रवण कुमार ने दिया जवाब. कहा- बिहार में शौचालय निर्माण के लिए लगातार काम चल रहे हैं. अगर कही कमी है तो उसे दूर किया जाएगा.
- भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने लगाया आरोप. बिहार में शौचालय निर्माण में कही घोटाला तो नहीं हो रहा है. अगर नही तो देश के दूसरे राज्यों से हम कैसे पीछे रह गया है, इसका जवाब कौन देगा. क्या इस मामले में कोई समीक्षा बैठक हुआ है की नहीं.
- मंत्री श्रवण कुमार का जवाब- बिहार में शौचालय निर्माण को लेकर लगातार समीक्षा बैठक होती रहती है, लेकिन अगर कही कोई कमी रह गई है तो उसकी पूरी जानकरी लेकर समीक्षा बैठक करूंगा और कमियों को दूर किया जाएगा.
- भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने उठाया सवाल. जिनका शौचालय नहीं बना है, उसकी पहचान कब तक कराई जाएगी. मंत्री श्रवण कुमार का जवाब- ऐसे लोगों की पहचान लगातार कराई जा रही है. किसी को भी बिना शौचालय के नहीं रहने दिया जाएगा.
- भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने उठाई मांग- पंचायतो में भी स्टेंडिंग कमिटी बनाई जाए. पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी का जवाब- अगले १५ दिन के अंदर स्टैंडिग कमिटी का गठन कर लिया जाएगा.
- विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने उत्कृष्ट विधायक चयन को लेकर कल विधानसभा में जो अजीबोगरीब स्थिति पैदा हुई. उसको लेकर अपनी नाराजगी जताई
- विधान सभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष के विधायकों को दी हिदायत. किसी भी प्रश्न के दौरान बिना कोई पुख्ता सबूत के भ्रष्टाचार का आरोप ना लगाएं सदन में. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा- आज भी सरकार ने शत-प्रतिशत प्रश्नों का उत्तर तैयार किया है. विधायक भी अपनी सजगता दिखाएं.
- उत्कृष्ट विधायक के चयन को लेकर जो स्थिति कल पैदा हुई उस पर विधानसभा अध्यक्ष की नाराजगी पर संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि आपकी भावना के साथ सरकार की भावना को जोड़ना चाहते हैं. सरकार की भावना है क्यों कि विपक्ष भी सरकार का अंग है. बिना विपक्ष के उत्कृष्ट विधायक के चयन पर चर्चा कैसे बेहतर हो सकता है. विपक्ष के सदस्यों से हम लोग आग्रह करेंगे कि वह भी सदन की कार्यवाही में भाग लें.
- उपमुख्यमंत्री राज किशोर प्रसाद ने भी कहा उत्कृष्ट विधायक के चयन को लेकर आपने एक नई पहल की है और इस पर सार्थक चर्चा हो. तार किशोर प्रसाद ने यह भी कहा कि हम लोग चाहते हैं विपक्ष विधानसभा की कार्यवाही में भाग लें.
विपक्ष के साथ-साथ सत्ताधारी जेडीयू भी सदन से गायब: मंगलवार को सत्र के तीसरे दिन बिहार विधानसभा में दूसरे हाफ में अजीब स्थिति पैदा हो गयी. पहले हाफ में हंगामे के बाद दो बार सदन को स्थगित करना पड़ा था लेकिन दूसरे हाफ में जब सर्वश्रेष्ठ विधायक के चयन को लेकर चर्चा हो रही थी तो विपक्ष के साथ-साथ जदयू के विधायकों ने भी सदन का बहिष्कार कर दिया. अब इसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि जब सदन में विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाएगा तो विपक्ष सदन का बहिष्कार करेगा. लेकिन दूसरे हाफ में जिस प्रकार से सदन की कार्यवाही शुरू हुई और केवल दो मंत्री जदयू के पहुंचे थे. संभवत पार्टी का निर्देश नहीं मिला था लेकिन कुछ देर में दोनों मंत्री सुनील कुमार और शीला मंडल भी बाहर निकल गईं और एक भी जदयू का विधायक सदन में मौजूद नहीं था. केवल बीजेपी के विधायक ही सर्वश्रेष्ठ विधायक के चयन को लेकर जो चर्चा हुई उसमें शामिल थे.
विपक्ष ने किया कार्यवाही का बहिष्कार: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा में अग्निपथ योजना की खामियों को बताया और कहा कि हम इस विषय पर चर्चा करना चाहते है लेकिन हमारी बातों को नहीं सुना जा रहा, जब तक हमारी बातों को नहीं सुना जाएगा हम सदन नहीं आएंगे. उन्होंने कहा की राज्य सरकार कह रही है कि यह बिहार का नहीं, केंद्र का मामला है. लेकिन यह मुद्दा देश के साथ-साथ बिहार का भी है. तेजस्वी यादव ने अग्निपथ योजना पर सत्ताधारी दलों को घेरते हुए कहा की इस आंदोलन में कई छात्रों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया साथ ही कोचिंग संस्थाओं को भी परेशान किया जा रहा है. उन्होंने सदन में अग्निपथ योजना पर चर्चा करने की मांग करते हुए कहा की यह योजना युवाओं के लिए ठीक नहीं है. हमें सदन में इस पर चर्चा करनी चाहिए लेकिन हमारी मांग को नामंजूर कर दिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री को साफ करना चाहिए अपना स्टैंड: नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सत्ताधारी दल सदन में तानाशाह वाला रवैया अपना रही है. हम तो सदन चलने देना चाहते है लेकिन सत्ताधारी पार्टी ही सदन नहीं चलने दे रही है. उन्होंने कहा की अग्निपथ योजना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्टैंड क्या है, यह साफ होना चाहिए. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. ऐसे में इन मुद्दों पर नीतीश कुमार को अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए.
मानसून सत्र केवल 5 दिन का ही होगाः 24 जून से सदन की कार्यवाही शुरू होकर 30 जून तक चलेगा लेकिन शनिवार और रविवार होने के कारण केवल 5 दिन का ही सत्र होगा. स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विभागों के तो प्रश्नों के उत्तर ही नहीं हो पाएंगे और विपक्षी सदस्यों को इसको लेकर भी नाराजगी है. ऐसे में विपक्ष अग्निपथ योजना का मामला हो बेरोजगारी का मामला हो अपराध शिक्षा और बाढ़ जैसे मुद्दे हो सरकार की मुश्किलें बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. कुल मिलाकर देखें तो मानसून सत्र हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं.
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