रांचीः राजधानी रांची के गली मोहल्लों में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन रांची नगर निगम की ओर से इन आवारा कुत्तों से लोगों को निजात दिलाने के लिए कोई विशेष पहल नहीं की गई है, बल्कि जो नियम पहले से चले आ रहे हैं उसी को फॉलो किया जा रहा है. आलम यह है कि आवारा कुत्ते प्रत्येक दिन सैकड़ों लोगों को काटते हैं और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ये भी पढ़ें-सावधान! धनबाद में बढ़ रहा आवारा कुत्तों का आतंक, हर दिन अस्पताल पहुंच रहे 70 से अधिक मरीज
आवारा कुत्तों के खिलाफ अभियान
आवारा कुत्तों से लोगों को निजात दिलाने के लिए फिलहाल रांची नगर निगम की ओर से कार्रवाई तो जरूर की जा रही है लेकिन वह काफी नहीं है. इस कार्रवाई के तहत रांची नगर निगम की ओर से होम एंड एनिमल ट्रस्ट संस्था के साथ आवारा कुत्तों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है ताकि आने वाले कुछ वर्षों में आवारा कुत्तों की संख्या गली मोहल्लों में कम हो सके.
शहर के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय बताते हैं कि वर्षों से रांची नगर निगम की ओर से आवारा कुत्तों के लिए जो नियम बनाए गए हैं उसके तहत काम किया जा रहा है. जिन मोहल्लों में कुत्तों की संख्या ज्यादा है, उन्हें निगम की टीम पकड़ कर वैक्सीन देती है और उसके बाद उन्हें उसी स्थान पर छोड़ दिया जाता है जहां से उन्हें पकड़ा गया था.
नगर निगम के कर्मचारियों के साथ मारपीट
संजीव विजयवर्गीय ने कहा कि कुत्तों को जंगलों में छोड़ने के भी नियम नहीं हैं. ऐसा करने पर नगर निगम के कर्मचारियों के साथ मारपीट तक की जा चुकी है क्योंकि अब जंगलों में भी लोग बसने लगे हैं. उन्होंने बताया कि रांची नगर निगम की ओर से जो वैक्सीनेशन का काम किया जा रहा है आने वाले तीन चार साल में आवारा कुत्तों की संख्या में काफी कमी आएगी और लोगों को राहत मिलेगी.
ये भी पढ़ें-आवारा कुत्तों की जद में शहर, प्रशासन-नगर निगम के पास नहीं है कोई योजना
आवारा कुत्तों का ऑपरेशन
रांची नगर निगम की स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ किरण कुमारी ने आवारा कुत्तों की संख्या कम किए जाने की योजना की जानकारी देते हुए कहा कि रांची नगर निगम लगातार काम कर रही है और एक संस्था के साथ निगम की टीम अभियान चला रही है. आवारा कुत्तों को पकड़ने के बाद उनका ऑपरेशन किया जाता है ताकि उनकी जेनरेशन आगे ना बढ़े. गाइडलाइन के अनुसार आवारा कुत्तों की संख्या कम करने का प्रयास जारी है.
बहरहाल वर्तमान समय में आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ा हुआ है कि 1 महीने में 10 हजार से ज्यादा कुत्ते के काटने के मामले सामने आ रहे हैं तो वहीं प्रत्येक दिन रांची जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से 200 से 300 सौ कुत्ते के काटने के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में जिस तरह से आवारा कुत्तों की संख्या घटाने की रांची नगर निगम की योजना है. उसके तहत लंबे समय तक रांची वासियों को आवारा कुत्तों की समस्या से निजात के लिए इंतजार करना पड़ेगा.