रांची: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तारीफ करते हुए कहा, कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार को इनसे सीखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से हेमंत सोरेन ने बाहर फंसे मजदूरों को वापस लाने की मुहिम चलाई और उन्हें स्वस्थ लाने में सफलता पाई. इससे बिहार के मुख्यमंत्री को सीखना चाहिए.
गुरुवार को स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग में हेमंत सोरेन से मुलाकात के बाद बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि किसी को सबूत देने की जरूरत नहीं है. यह पूरे देश ने देखा है किस प्रकार हेमंत सोरेन ने मजदूरों के लिए व्यवस्था की. उन्होंने कहा कि मुसीबत की इस परिस्थिति में भी मजदूरों को गले से लगाकर सम्मान दिया, साथ ही स्वस्थ और सुरक्षित उनको घर तक पहुंचाया है.
बिहार सरकार ने हाथ खड़े कर दिए
तेजस्वी ने कहा कि वैसे ही उम्मीद बिहार के मुख्यमंत्री से भी थी कि वह भी अपने राज्य के मजदूरों के साथ ऐसा व्यवहार करेंगे. लेकिन नीतीश कुमार ने अपने हाथ खड़े कर दिए. हैरत की बात यह है कि उन्होंने एक चिट्ठी भी निकाल दी कि मजदूर आएंगे तो बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ेगा. इसका मतलब है कि मजदूर चोर और क्रिमिनल हो गए.
85 दिनों से बाहर नहीं निकले नीतीश कुमार
उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री 85 दिनों से घर से बाहर तक नहीं निकले. जबकि हेमंत सोरेन रेलवे स्टेशन पर गुलाब लेकर मजदूरों का स्वागत करते नजर आए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए झारखंड सरकार सब हल निकाल रही है. वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिहार में इलेक्शन होना है या नहीं होना है इलेक्शन कमीशन तय करेगा. फिलहाल पार्टी का पूरा फोकस लोगों पर है कि कोरोना महामारी में उन्हें कैसे राहत पहुंचाई जाए.
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तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद यादव का जन्मदिन मनाने बुधवार की रात रांची पहुंचे थे. गुरुवार को पिता से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने पहुंचे थे.