रांचीः रांची विश्वविद्यालय के कॉलेजों से खेल प्रशिक्षक रिटायर हो रहे हैं. इससे कॉलेजों में खेल प्रशिक्षकों की कमी हो गई है. हालांकि इसको लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन गंभीर हैं और शीघ्र ही नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. संभावना है कि एक-डेढ़ महीने में खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति सभी कॉलेजों में हो जायेगी.
यह भी पढ़ेंः आरयू के इतिहास में पहली बार किसी खिलाड़ी को बनाया गया सीनेट सदस्य, ओलंपियन सलीमा टेटे हुईं मनोनीत
रांची विश्वविद्यालय शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में भी राज्य के अन्य विश्वविद्यालय से बेहतर है. इस विश्वविद्यालय के कई छात्र-छात्रायें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं और बेहतर प्रदर्शन किया है. ओलंपिक तक का सफर विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों ने किया है. इसमें हॉकी के सलीमा टेटे और निक्की प्रधान का नाम शामिल है. इसके साथ ही एथलीट में फ्लोरेंस बरला अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी है.
तीरंदाजी में मधुमिता कुमारी एशियाड सहित कई अंतरराष्ट्रीय इवेंट में हिस्सा ले चुकी है. रामचंद्र सांगा भी एथलीट के बेहतरीन खिलाड़ी है. इन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर कई मेडल जीते हैं. लेकिन पिछले कुछ समय से रांची विश्वविद्यालय के कॉलेजों में खेल प्रशिक्षक नहीं है. इससे खेल के क्षेत्र में कैरियर बनाने वाले विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विद्यार्थियों की परेशानी को देखते हुये रांची विश्वविद्यालय ने खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति का निर्णय लिया है.
विश्वविद्यालय के खेल अथॉरिटी कंट्रोल बोर्ड की ओर से एक महीने के अंदर तमाम कॉलेजों में खेल प्रशिक्षक और कोच नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. डीएसडब्लू राजकुमार शर्मा ने बताया कि नियुक्ति को लेकर निर्णय लिया गया है. शीघ्र ही नियुक्ति को लेकर विज्ञापन जारी किया जाएगा. इसके अलावा रांची विश्वविद्यालय का अपना जीम है. इसमें भी ट्रेनर नहीं है. इस जिम में भी ट्रेनर की नियुक्ति होगी.