रांची: राजधानी में बड़े पैमाने पर ब्राउन शुगर का कारोबार चल रहा था. फोन कॉल के जरिए आर्डर किए जाने के बाद होम डिलीवरी भी की जा रही थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद बरियातू थाने की पुलिस ने छह को गिरफ्तार कर लिया है.
ब्राउन शुगर करता था छात्रों को सप्लाई
गिरफ्तार नशे के तस्करों के पास से भारी मात्रा में ब्राउन शुगर की पुड़िया बरामद की गई है. इसके अलावा ब्राउन शुगर पैकिंग से संबंधित सामान और इस्तेमाल किए जाने के उपकरण बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार आरोपियो में बरियातू मस्जिद गली निवासी शमीम खान उर्फ सैफ, लालपुर चौक गणेश लेन काली टावर के पास रहने वाला सजाद अंसारी, मोहम्मद रेहान उर्फ सोनू, आजाद बस्ती पथलकुदवा निवासी मोहम्मद शारिक, अपर बाजार महावीर चौक निवासी अश्वनी प्रसाद गुप्ता उर्फ शिबू और रातू रोड हेसल निवासी विपुल कुमार शामिल है. पकड़े गए सभी आरोपी ब्राउन शुगर को रांची के छात्रों के बीच बेचते थे. इसके साथ ही इस्तेमाल भी करते थे. इन्हें ब्राउन शुगर सप्लाई करने वाला सरगना बंटी है, वह फिलहाल फरार है. पुलिस को जानकारी मिली है कि बंटी ही रांची में बड़े पैमाने पर ब्राउन शुगर की सप्लाई करता आ रहा है. पुलिस बंटी की तलाश में छापेमारी कर रही है. बंटी ने पूरे शहर में अपना एजेंट बना रखा था एजेंटों के जरिए ही रांची के अलग-अलग इलाकों के ग्राहकों के बीच ब्राउन शुगर के बिक्री कर रहा था. फोन पर बातचीत और सप्लाई तय करने के बाद डिलीवरी देता था. बरामद की गई ब्राउन शुगर हीरोइन और गांजा की कीमत एक लाख से ज्यादा की बताई जा रही है.
एजेंटों से करवाता था सप्लाई
ब्राउन शुगर की सप्लाई करने वाला सरगना बंटी खुद ग्राहकों के बीच डिलीवरी नहीं देता था. वह अपने एजेंटों के माध्यम से फोन कॉल पर ऑर्डर और पैसा तय करने के बाद डिलीवरी करवाता था. पकड़े जाने के डर से वह खुद डिलीवरी का काम नहीं करता था. बंटी के लिए काम करने वाले सारे एजेंट ब्राउन शुगर की नशे की गिरफ्त में है. स्थिति यह है कि बंटी जब चाहे तब काम करवा लेता था.
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खुद करता था पैकिंग, मुफ्त देता था लाइटर
सरगना बंटी व्यवस्थित ढंग से ब्राउन शुगर, गांजा और हेरोइन की तस्करी कर रहा था. वह नशे के इन सामानों की पैकिंग से लेकर उसके इस्तेमाल करने के सारे उपकरण भी रखता था. ऑर्डर के आधार पर लाइटर और चिल्लम की भी बिक्री करता था. हालांकि ब्राउन शुगर खरीदने वालों को वह मुफ्त में लाइटर भी देता था, ताकि उसके ग्राहक हमेशा आकर्षित हों. बंटी के निशाने पर 18 साल से लेकर 30 साल तक के युवा हैं, जो अच्छे संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं. जबकि गांजा की बिक्री वह हर गली मोहल्लों तक कर रहा है.
ये हुए बरामद
गिरफ्तार अपराधियों के पास से 19 कागज के पुड़िया में ब्राउन शुगर, तीन प्लास्टिक की पुड़िया में ब्राउन शुगर, एक गुड़िया हीरोइन की तरह सफेद रंग का पाउडर, एक स्कूटी, तीन पर्स, नौ मोबाइल, प्लास्टिक पैक करने वाली दो बेंडिंग मशीन, 16 लाइटर, 1 कैची, 5 पुड़िया गांजा और 14500 रुपये बरामद किए गए हैं.