रांचीः झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से शहर के व्यापारियों और आम लोगों से सहयोग मांगा गया था. चेंबर ऑफ कॉमर्स ने शहर में बढ़ते कोरोना के प्रकोप को देखते हुए सप्ताह में 3 दिनों तक दुकानें बंद रखने की अपील शहर के व्यापारियों से की थी. लेकिन राजधानी रांची के सबसे व्यस्ततम बाजार अपर बाजार के व्यापारियों में इसका कोई असर नहीं दिखा. अधिकतर व्यापारी अपनी दुकान खोलकर बैठे हुए थे. हालांकि इन दुकानों से ग्राहक नदारद ही दिखे. ईटीवी भारत ने इसकी पड़ताल की है.
झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स ने राजधानी रांची में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए शुक्रवार, शनिवार और रविवार को शहर के तमाम दुकानों को बंद रखने का आह्वान किया था. इस आह्वान का कितना असर शहर के व्यवसायियों पर पड़ा है. इसकी पड़ताल करने ईटीवी भारत की टीम अपर बाजार मुआयना करने पहुंची. पड़ताल में टीम ने पाया कि अपर बाजार के व्यवसायियों पर इस आह्वान का कुछ खास असर नहीं हुआ. अन्य दिनों की तरह अधिकतर दुकानें खुली हुईं दिखीं. यहां तक कि झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष की दुकान भी जो अपर बाजार में स्थित है वह भी खुली थी.
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व्यापारी नहीं करते दिखे आदेश का पालन
अधिकतर व्यापारी झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के जारी किए गए दिशा-निर्देश का पालन करने के मूड में नहीं है. हालांकि कुछ दुकानें बंद जरूर दिखीं. वहीं अगर ग्राहकों की बात करें तो आम दिनों की अपेक्षा आज ग्राहक ना के बराबर दिखे. गौरतलब है कि इन दिनों राजधानी रांची में कोरोना संक्रमण का दौर काफी बढ़ा हुआ है. शहर के हर कोने में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज पाए जा रहे हैं.
फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स ने कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए सप्ताह में 3 दिन दुकान बंद रखने के आह्वान के साथ-साथ ऐलान भी किया था. इसकी शुरुआत 24 जुलाई से होनी थी. झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स ने आम लोगों के साथ-साथ व्यापारियों से सहयोग की अपील की थी, लेकिन उनको अपर बाजार के व्यापारियों से कोई सहयोग नहीं मिला.