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सरयू राय ने लिखा मुख्य सचिव को पत्र, कहा- कई विभागों की सेलेक्टेड संचिकाएं हो रही हैं नष्ट - फाइल नष्ट करने का आरोप

विधायक सरयू राय ने मुख्य सचिव डीके तिवारी को पत्र भेजकर आशंका जताई है कि पुलिस, स्पेशल ब्रांच और सीआईडी विभागों की महत्वपूर्ण सूचनाओं से जुड़ी फाइल कथित तौर पर नष्ट की जा रही हैं.

Saryu Rai ,सरयू राय
सरयू राय
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Published : Dec 26, 2019, 3:42 PM IST

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को हरानेवाले निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय ने आशंका जताई है कि पुलिस, स्पेशल ब्रांच और सीआईडी विभागों की महत्वपूर्ण सूचनाओं से जुड़ी फाइल कथित तौर पर नष्ट की जा रही हैं.

कई फाइलें की जा रही नष्ट
राय ने गुरुवार को इस बाबत मुख्य सचिव डीके तिवारी को पत्र भेजकर अपनी आशंका व्यक्त की है. उन्होंने पत्र में साफ तौर पर लिखा कि इन विभागों के अलावा भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण विभाग और ऊर्जा विभाग की भी महत्वपूर्ण जानकारियों से संबंधित फाइलों को नष्ट किया जा रहा है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि एक से अधिक विश्वसनीय और उच्चस्तरीय सूत्रों से उन्हें इस बात की जानकारी मिली है. इसके साथ ही जमशेदपुर पूर्वी से विधायक राय ने इस बात का भी जिक्र किया है कि इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि मंत्रिमंडल निगरानी विभाग के अधीन कार्यरत एसीबी जैसी एजेंसियों से संबंधित मामलों के निष्पादन के कार्यवाही नहीं हो.

Saryu Rai,सरयू राय
सरयू राय की चिट्ठी

ये भी पढ़ें- सत्यानंद भोक्ता ने पेश की दावेदारी, कहा- जब भी जीता मंत्री बना, इस बार भी बनूंगा

सरकार की कार्यप्रणाली पर उठाए हैं सवाल
सरयू राय ने लिखा है कि नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण 29 दिसंबर को होना है. ऐसे में उनके सचिवालय को तत्काल प्रभाव से मात्र कार्यवाहक कार्यालय तक ही सीमित रहने का निर्देश मुख्य सचिव स्तर से दिया जाए. इसके साथ ही किसी प्रकार के नीतिगत विषयों पर निर्णय में से भी परहेज किया जाना चाहिए. बता दें कि राय ने स्पष्ट तौर पर पिछली सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे.

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को हरानेवाले निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय ने आशंका जताई है कि पुलिस, स्पेशल ब्रांच और सीआईडी विभागों की महत्वपूर्ण सूचनाओं से जुड़ी फाइल कथित तौर पर नष्ट की जा रही हैं.

कई फाइलें की जा रही नष्ट
राय ने गुरुवार को इस बाबत मुख्य सचिव डीके तिवारी को पत्र भेजकर अपनी आशंका व्यक्त की है. उन्होंने पत्र में साफ तौर पर लिखा कि इन विभागों के अलावा भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण विभाग और ऊर्जा विभाग की भी महत्वपूर्ण जानकारियों से संबंधित फाइलों को नष्ट किया जा रहा है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि एक से अधिक विश्वसनीय और उच्चस्तरीय सूत्रों से उन्हें इस बात की जानकारी मिली है. इसके साथ ही जमशेदपुर पूर्वी से विधायक राय ने इस बात का भी जिक्र किया है कि इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि मंत्रिमंडल निगरानी विभाग के अधीन कार्यरत एसीबी जैसी एजेंसियों से संबंधित मामलों के निष्पादन के कार्यवाही नहीं हो.

Saryu Rai,सरयू राय
सरयू राय की चिट्ठी

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सरकार की कार्यप्रणाली पर उठाए हैं सवाल
सरयू राय ने लिखा है कि नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण 29 दिसंबर को होना है. ऐसे में उनके सचिवालय को तत्काल प्रभाव से मात्र कार्यवाहक कार्यालय तक ही सीमित रहने का निर्देश मुख्य सचिव स्तर से दिया जाए. इसके साथ ही किसी प्रकार के नीतिगत विषयों पर निर्णय में से भी परहेज किया जाना चाहिए. बता दें कि राय ने स्पष्ट तौर पर पिछली सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे.

Intro:रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराने वाले निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय ने आशंका जताई है कि पुलिस, स्पेशल ब्रांच और सीआईडी विभागों की महत्वपूर्ण सूचनाओं से जुड़ी फाइल कथित तौर पर नष्ट की जा रही हैं। राय ने गुरुवार को इस बाबत मुख्य सचिव डीके तिवारी को पत्र भेजकर अपनी आशंका व्यक्त की है। उन्होंने पत्र में साफ तौर पर लिखा कि इन विभागों के अलावा भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण विभाग और ऊर्जा विभाग की भी महत्वपूर्ण जानकारियों से संबंधित फाइलों को नष्ट किया जा रहा है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि एक से अधिक विश्वसनीय और उच्चस्तरीय सूत्रों से उन्हें इस बात की जानकारी मिली है।


Body:साथ ही जमशेदपुर पूर्वी से विधायक राय ने इस बात का भी जिक्र किया है कि इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि मंत्रिमंडल निगरानी विभाग के अधीन कार्यरत एसीबी जैसी एजेंसियों से संबंधित मामलों के निष्पादन के कार्यवाही नहीं हो। उन्होंने लिखा है कि नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण 29 दिसंबर को होना है। ऐसे में उनके सचिवालय को तत्काल प्रभाव से मात्र कार्यवाहक कार्यालय तक ही सीमित रहने का निर्देश मुख्य सचिव स्तर से दिया जाए। साथ ही किसी प्रकार के नीतिगत विषयों पर निर्णय में से भी परहेज किया जाना चाहिए। बता दें कि राय ने स्पष्ट तौर पर पिछली सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे।


Conclusion:साथ ही उन्होंने कई सरकारी विभाग में कथित तौर पर भ्रष्टाचार की बातों का उल्लेख भी किया था और इस बाबत संबंधित अधिकारियों को पत्र भी भेजा है।
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