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ग्रामीण इलाकों में पिछले दो महीने में 25 हजार से ज्यादा मौत, विभाग ने कहा- यह आंकड़ा सामान्य - रांची न्यूज

राज्य के गांव के इलाकों में सघन ग्रामीण हेल्थ सर्वे (rural health survey) चलाया जा रहा है. कोरोना के सेंकेंड वेब में सर्वे के दौरान पिछले दो महीने में करीब 25 हजार लोगों की मौत के आंकड़े दर्ज किए गए हैं. हालांकि विभाग का कहना है कि मौत का यह आंकड़ा सामान्य है. वहीं इस अभियान के दौरान किए गए टेस्ट में 978 लोगों में कोरोना का संक्रमण मिला है.

rural health survey campaign
ग्रामीण हेल्थ सर्वे अभियान
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Published : Jun 7, 2021, 7:48 AM IST

रांचीः झारखंड में 25 मई से जारी सघन ग्रामीण हेल्थ सर्वे के बीच ग्रामीण इलाकों में पिछले दो महीने यानि कोरोना के सेकेंड वेब के दौरान 01 अप्रैल से 05 जून तक 25 हजार 571 लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इन मौतों में सभी तरह की मौत शामिल है.

ये भी पढ़ें-रांची: रेमेडेसिविर कालाबाजारी मामले की जांच जारी, NRHM निदेशक से सीआईडी ने मांगी आवंटन जानकारी

क्या कहते हैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के IEC अधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि राज्य में प्रतिवर्ष साढ़े आठ लाख बच्चे जन्म लेते हैं. ऐसे में 71-72 हजार जन्म हर महीने राज्य में होता है तो लगभग 70 हजार मृत्यु हर साल हो जाती है. हालांकि अभी हमारे पास सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में हुई मौत के आंकड़े हैं और यह सामान्य मौत के करीब है. सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि अभी उनके पास शहरी क्षेत्रों में हुई मौत का वास्तविक आंकड़ा नहीं हैं लेकिन ऐसा लगता है कि मौत का यह आंकड़ा सामान्य ही है.

ढाई करोड़ से ज्यादा लोगों की हुई हेल्थ स्क्रीनिंग

राज्य में 25 मई से चल रहे ग्रामीण हेल्थ सर्वे अभियान (rural health survey campaign) में अभी तक स्वास्थ्य विभाग की टीम 52 लाख 17 हजार 688 घरों के 02 करोड़ 58 लाख 99 हजार 617 लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग हुई. इसमें से 02 लाख 06 हजार 486 लोगों की RAT जांच की गई. इसके तहत 978 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं जिनमें से 10 को कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया है.

राज्य में बड़ी संख्या में मिल रहे हैं टीबी, मधुमेह और बीपी के मरीज

राज्य के ग्रामीण इलाकों में हेल्थ सर्वे की शुरुआत कोरोना के फैलाव रोकने के लिए हुआ था लेकिन ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में टीबी, मधुमेह और बीपी के मरीज मिल रहे हैं. अबतक राज्य में 16,430 टीबी, 01 लाख 16 हजार 864 मधुमेह और 01 लाख 18 हजार 166 बीपी के मरीज मिले हैं.

ये भी पढ़ें-राहत की बात: 80-85% गांव में कोरोना के एक भी संक्रमित नहीं, 02 करोड़ 44 लाख लोगों की जांच के बाद आए नतीजे

ब्लैक फंगस का 6 जून को कोई नया केस नहीं

झारखंड में ब्लैक फंगस को लेकर थोड़ी राहत वाली खबर 06 जून को रही और एक भी नया केस नहीं मिला. राज्य में अबतक ब्लैक फंगस के 63 कंफर्म और 43 सस्पेक्टेड केस हैं जबकि 18 लोगों की अबतक इस बीमारी से मौत हुई है वहीं, 14 मरीज ठीक भी हुए हैं.

डीसी टीकाकरण के लिए बढ़ा सकते हैं मेगा कैंप

अभी राज्य में हर सप्ताहांत के 3 दिन वैक्सीनेशन का मेगा कैंप चल रहा है पर अब अगर किसी जिले के डीसी चाहें तो वैक्सीनेशन का मेगा कैंप दिन शुक्रवार, शनिवार और रविवार के साथ-साथ अन्य दिन भी लगा सकते हैं.

वहीं, IEC अधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने अपील की है कि कोरोना के गंभीर मरीज कोरोना मुक्त होने या अस्पताल से घर लौटने के बाद अपने सामान्य दिनचर्या में लौटने की जल्दबाजी न दिखाएं. कम से कम 04 सप्ताह आराम करें, धीरे-धीरे नॉर्मल लाइफ की ओर लौटें और मास्क जरूर लगाएं.

रांचीः झारखंड में 25 मई से जारी सघन ग्रामीण हेल्थ सर्वे के बीच ग्रामीण इलाकों में पिछले दो महीने यानि कोरोना के सेकेंड वेब के दौरान 01 अप्रैल से 05 जून तक 25 हजार 571 लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इन मौतों में सभी तरह की मौत शामिल है.

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क्या कहते हैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के IEC अधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि राज्य में प्रतिवर्ष साढ़े आठ लाख बच्चे जन्म लेते हैं. ऐसे में 71-72 हजार जन्म हर महीने राज्य में होता है तो लगभग 70 हजार मृत्यु हर साल हो जाती है. हालांकि अभी हमारे पास सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में हुई मौत के आंकड़े हैं और यह सामान्य मौत के करीब है. सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि अभी उनके पास शहरी क्षेत्रों में हुई मौत का वास्तविक आंकड़ा नहीं हैं लेकिन ऐसा लगता है कि मौत का यह आंकड़ा सामान्य ही है.

ढाई करोड़ से ज्यादा लोगों की हुई हेल्थ स्क्रीनिंग

राज्य में 25 मई से चल रहे ग्रामीण हेल्थ सर्वे अभियान (rural health survey campaign) में अभी तक स्वास्थ्य विभाग की टीम 52 लाख 17 हजार 688 घरों के 02 करोड़ 58 लाख 99 हजार 617 लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग हुई. इसमें से 02 लाख 06 हजार 486 लोगों की RAT जांच की गई. इसके तहत 978 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं जिनमें से 10 को कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया है.

राज्य में बड़ी संख्या में मिल रहे हैं टीबी, मधुमेह और बीपी के मरीज

राज्य के ग्रामीण इलाकों में हेल्थ सर्वे की शुरुआत कोरोना के फैलाव रोकने के लिए हुआ था लेकिन ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में टीबी, मधुमेह और बीपी के मरीज मिल रहे हैं. अबतक राज्य में 16,430 टीबी, 01 लाख 16 हजार 864 मधुमेह और 01 लाख 18 हजार 166 बीपी के मरीज मिले हैं.

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ब्लैक फंगस का 6 जून को कोई नया केस नहीं

झारखंड में ब्लैक फंगस को लेकर थोड़ी राहत वाली खबर 06 जून को रही और एक भी नया केस नहीं मिला. राज्य में अबतक ब्लैक फंगस के 63 कंफर्म और 43 सस्पेक्टेड केस हैं जबकि 18 लोगों की अबतक इस बीमारी से मौत हुई है वहीं, 14 मरीज ठीक भी हुए हैं.

डीसी टीकाकरण के लिए बढ़ा सकते हैं मेगा कैंप

अभी राज्य में हर सप्ताहांत के 3 दिन वैक्सीनेशन का मेगा कैंप चल रहा है पर अब अगर किसी जिले के डीसी चाहें तो वैक्सीनेशन का मेगा कैंप दिन शुक्रवार, शनिवार और रविवार के साथ-साथ अन्य दिन भी लगा सकते हैं.

वहीं, IEC अधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने अपील की है कि कोरोना के गंभीर मरीज कोरोना मुक्त होने या अस्पताल से घर लौटने के बाद अपने सामान्य दिनचर्या में लौटने की जल्दबाजी न दिखाएं. कम से कम 04 सप्ताह आराम करें, धीरे-धीरे नॉर्मल लाइफ की ओर लौटें और मास्क जरूर लगाएं.

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