रांची: राजधानी रांची में 10 तारीख को हुई घटना को लेकर राज्य के गठबंधन सरकार की पार्टी राजद ने अपनी ही सरकार के प्रति तीखी प्रक्रिया दी है. राजद के युवा प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव ने बताया कि प्रशासन को पहले से उपद्रव की सूचना नहीं होने के कारण तैयारी नहीं की थी. रांची में हुई हिंसा को रोकने प्रशासन पूरी तरह से फेल साबित हुई है.
ये भी पढ़ें: उपद्रवियों के बैनर पोस्टर चौक चौराहों पर हुए चस्पा, रांची हिंसा के बाद पुलिस का एक्शन
रांची हिंसा के बाद अब जबकि हालात सामान्य हो रहे हैं इस पर राजनीति तेज होती जा रही है. राजद भी अब बीजेपी की भाषा बोलने लगी है. झारखंड में गठबंधन सरकार की सहयोगी दल राजद ने भी सरकार पर सवाल उठाए हैं. राजद के युवा प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव ने कहा कि पुलिस और प्रशासन को हिंसा की सही खूफिया जानकारी नहीं होने के कारण हिंसा हुई. यही नहीं हिंसा भड़कते हुए उन्होंने सीधे गोलीबारी शुरू कर दी.
राजद ने कहा कि अगर हिंसा भड़की थी तो पहले प्रशासन को लाठीचार्ज करना चाहिए था, आंसू गैस का इस्तेमाल करना चाहिए था, वाटर कैनन का इस्तेमाल करना था. लेकिन पुलिस ने अपनी निष्क्रियता छिपाने के लिए सीधे गोलीबारी शुरू कर दी. रंजन यादव ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल अपनी ही सरकार से मांग करती है कि इस घटना में शामिल दोषियों को जल्द से जल्द पकड़े और उचित कार्रवाई करे. इसके लिए राष्ट्रीय जनता दल के प्रतिनिधि राज्य के मुखमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर बातचीत करेंगे.
युवा राजद अध्यक्ष रंजन यादव ने कहा कि इस घटना को लेकर युवा राजद के प्रभारी बुधवार को रांची आने वाले हैं और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस संबंध में ज्ञापन सौंपेंगे. उन्होंने कहा कि भले ही सरकार में राष्ट्रीय जनता दल की सहयोगी दल है लेकिन सरकार की गलत कामों पर किसी भी कीमत में राष्ट्रीय जनता दल सहयोग नहीं करने वाली है.