पलामूः बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की तरह पलामू बालिका गृह कांड में धीरे धीरे कई खुलासे हो रहे हैं. बालिका गृह यौन शोषण कांड में सीडब्ल्यूसी को बर्खास्त किया जाएगा एवं प्रोटेक्शन ऑफिसर इंस्टीट्यूटनल केयर (DCIO) के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. बालिका गृह यौन शोषण कांड में सदर एसडीएम सुलोचना मीना के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम का भी गठन किया गया है.
बता दें कि इस जांच टीम में सदर एसडीएम के अलावा जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान एवं सदर अंचल पदाधिकारी अमरदीप बल्होत्रा शामिल हैं. जांच टीम ने बालिका गृहकांड को लेकर सोमवार की देर शाम पलामू डीसी शशि रंजन को रिपोर्ट सौंपी है. जांच रिपोर्ट के बाद डीसी शशि रंजन ने सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है. पलामू डीसी शशि रंजन ने बताया कि पूरे मामले में सीडब्ल्यूसी के सदस्यों को बर्खास्त करने के लिए विभाग को लिखा गया है, वहीं डीआईओसी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर अन्य तरह की भी कार्रवाई जारी है. संबंधित संस्था के संविदा को भी रद्द कर दिया गया है. इधर बालिका गृह यौन शोषण मामले में राज्यस्तरीय टीम अलग से जांच कर रही है.
सुपरिटेंडेंट और काउंसलर की फोन की होगी फॉरेंसिक जांच
बालिका गृह यौन शोषण मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस भी मामले में तेजी से जांच कर रही है. मेदिनीनगर टाउन महिला थाना प्रभारी रूपा बाखला मुकदमे का अनुसंधान कर रही हैं. पुलिस ने आरोपी सुपरिंटेंडेंट एवं काउंसलर का मोबाइल जब्त किया है. दोनों मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए पुलिस लैब में भेजेगी. दोनों मोबाइल से कौन-कौन लोगों से बात की गई है और किन्हें फोटो वीडियो भेजा गया है, इस बात की भी पुलिस जानकारी इकट्ठा कर रही है.
टाउन महिला थाना प्रभारी रुपए बाखला ने बताया कि दोनों मोबाइल की फॉरेंसिक जांच की जाएगी. पलामू बालिका गृह में लड़कियों के साथ यौन शोषण की घटना निकलकर सामने आई. जिसके बाद लड़कियों को बालिका गृह से सखी वन स्टेप सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया था.
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