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NEET PG Counseling की मांग, काला बिल्ला लगाकर इलाज कर रहे रिम्स के जूनियर डॉक्टर्स

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Published : Dec 6, 2021, 3:09 PM IST

Updated : Dec 6, 2021, 4:02 PM IST

NEET PG काउंसलिंग कराने की मांग को लेकर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन शुरु हो गया है. पहले चरण में सोमवार को बड़ी संख्या में पीजी डॉक्टर्स काला बिल्ला लगाकर अपनी सेवा दे रहे हैं. सभी जूनियर डॉक्टर्स आगामी तीन दिन तक विरोध स्वरूप काला बिल्ला लगाकर ही मरीजों का इलाज करेंगे.

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रिम्स के जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन

रांचीः NEET PG Entrance Exam प्रक्रिया को जल्द पूरा करने की मांग को लेकर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने सोमवार से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत की है. पहले चरण में सोमवार को बड़ी संख्या में पीजी डॉक्टरों ने सभी ओपीडी में सेवा दे रहे सीनियर और जूनियर डॉक्टरों को काला बिल्ला लगाया. आगामी तीन दिन तक काला बिल्ला लगाकर जूनियर डॉक्टर मरीजों का इलाज करेंगे. इसके बाद वो ओपीडी बहिष्कार का भी फैसला ले सकते हैं.

इसे भी पढ़ें- नीट काउंसलिंग 2021 में हो रही देरी पर हड़ताल का एलान, आज बंद रहेंगे OPD

NEET PG Counseling की मांग को लेकर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने आंदोलन शुरु कर दिया है. उनका कहना है कि MBBS पास डॉक्टरों की उच्चतर और विशेषज्ञ पढ़ाई के लिए NEET PG की परीक्षा पास करनी होती है. सामान्यतः नीट पीजी एंट्रेंस परीक्षा की सभी प्रक्रिया सितंबर महीने तक पूरी कर ली जाती है पर इस बार ऐसा अभी तक नहीं हो सका है. पहले कोरोना की वजह से NEET PG Entrance Test देर से हुई और फिर काउंसिलिंग की बात आई तो उससे पहले EWS आरक्षण का विवाद अदालत तक पहुंच गया. जिसकी वजह से वर्ष 2021 समाप्त होने को है और पीजी में एडमिशन के लिए काउंसलिंग तक नहीं हुआ है.

देखें पूरी खबर
क्या होगा असरमामला न्यायालय में विचाराधीन है पर नीट पीजी पास कर चुके MBBS पास डॉक्टर्स को डर यह है कि कहीं मामला लंबा खींचा तो फिर उनका एक साल बर्बाद चला जाएगा. इसलिए जूनियर डॉक्टर सरकार और न्यायालय से इस मामले में जल्द से जल्द किसी नतीजे पर पहुंचने की अपील कर रहे हैं.RIMS Junior Doctors Association अध्यक्ष डॉ. विकास सिंह कहते हैं कि नीट पीजी में एडमिशन नहीं होने से अस्पताल में जो पीजी हैं, उनपर मरीजों का लोड काफी बढ़ गया है. अगर निर्धारित समय से सबकुछ सामान्य रहता तो हर मेडिकल कॉलेज में नए पीजी आ गए होते लेकिन अभी ऐसा नहीं है. नीट पीजी की परीक्षा पास कर काउंसलिंग का इंतजार कर रहे डॉ नारायण कहते हैं कि जो भी फैसला हो जल्द हो ताकि उनके जैसे सैकड़ों मेडिकल छात्रों का एक साल बर्बाद ना हो सके.

इसे भी पढ़ें- NEET Counselling : चार हफ्तों के लिए स्थगित, केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में दी जानकारी

रिम्स में काला बिल्ला लगा कर विरोध कर रही रेजिडेंट डॉक्टर
रेजिडेंट डॉक्टर प्रकृति कहती हैं कि वह रेजिडेंट डॉक्टर हैं पर उन्हें काम पीजी डॉक्टर से लेकर जूनियर रेजिडेंट और अन्य भी करना पड़ता है. उनका कहना है कि नया पीजी डॉक्टरों का कोई नया बैच आया ही नहीं है. इस वजह से काम का दबाव काफी बढ़ गया है.

क्या कहते हैं सीनियर डॉक्टर्स
MBBS पास मेधावी डॉक्टरों की NEET PG एंट्रेंस की काउंसलिंग जल्द से जल्द कराने को जरूरी बताते हुए डॉ प्रोफेसर शीतल मलुआ ने कहा कि यह छात्रों के भविष्य से जुड़ा मामला है. इसलिए जल्द से जल्द जो भी फैसला हो, वह आ जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पहले से ही नीट पीजी प्रवेश की प्रक्रिया कोरोना की वजह से लेट हो चुका है, अब और देर होने से परेशानी हो रही है.

रांचीः NEET PG Entrance Exam प्रक्रिया को जल्द पूरा करने की मांग को लेकर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने सोमवार से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत की है. पहले चरण में सोमवार को बड़ी संख्या में पीजी डॉक्टरों ने सभी ओपीडी में सेवा दे रहे सीनियर और जूनियर डॉक्टरों को काला बिल्ला लगाया. आगामी तीन दिन तक काला बिल्ला लगाकर जूनियर डॉक्टर मरीजों का इलाज करेंगे. इसके बाद वो ओपीडी बहिष्कार का भी फैसला ले सकते हैं.

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NEET PG Counseling की मांग को लेकर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने आंदोलन शुरु कर दिया है. उनका कहना है कि MBBS पास डॉक्टरों की उच्चतर और विशेषज्ञ पढ़ाई के लिए NEET PG की परीक्षा पास करनी होती है. सामान्यतः नीट पीजी एंट्रेंस परीक्षा की सभी प्रक्रिया सितंबर महीने तक पूरी कर ली जाती है पर इस बार ऐसा अभी तक नहीं हो सका है. पहले कोरोना की वजह से NEET PG Entrance Test देर से हुई और फिर काउंसिलिंग की बात आई तो उससे पहले EWS आरक्षण का विवाद अदालत तक पहुंच गया. जिसकी वजह से वर्ष 2021 समाप्त होने को है और पीजी में एडमिशन के लिए काउंसलिंग तक नहीं हुआ है.

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क्या होगा असरमामला न्यायालय में विचाराधीन है पर नीट पीजी पास कर चुके MBBS पास डॉक्टर्स को डर यह है कि कहीं मामला लंबा खींचा तो फिर उनका एक साल बर्बाद चला जाएगा. इसलिए जूनियर डॉक्टर सरकार और न्यायालय से इस मामले में जल्द से जल्द किसी नतीजे पर पहुंचने की अपील कर रहे हैं.RIMS Junior Doctors Association अध्यक्ष डॉ. विकास सिंह कहते हैं कि नीट पीजी में एडमिशन नहीं होने से अस्पताल में जो पीजी हैं, उनपर मरीजों का लोड काफी बढ़ गया है. अगर निर्धारित समय से सबकुछ सामान्य रहता तो हर मेडिकल कॉलेज में नए पीजी आ गए होते लेकिन अभी ऐसा नहीं है. नीट पीजी की परीक्षा पास कर काउंसलिंग का इंतजार कर रहे डॉ नारायण कहते हैं कि जो भी फैसला हो जल्द हो ताकि उनके जैसे सैकड़ों मेडिकल छात्रों का एक साल बर्बाद ना हो सके.

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रिम्स में काला बिल्ला लगा कर विरोध कर रही रेजिडेंट डॉक्टर
रेजिडेंट डॉक्टर प्रकृति कहती हैं कि वह रेजिडेंट डॉक्टर हैं पर उन्हें काम पीजी डॉक्टर से लेकर जूनियर रेजिडेंट और अन्य भी करना पड़ता है. उनका कहना है कि नया पीजी डॉक्टरों का कोई नया बैच आया ही नहीं है. इस वजह से काम का दबाव काफी बढ़ गया है.

क्या कहते हैं सीनियर डॉक्टर्स
MBBS पास मेधावी डॉक्टरों की NEET PG एंट्रेंस की काउंसलिंग जल्द से जल्द कराने को जरूरी बताते हुए डॉ प्रोफेसर शीतल मलुआ ने कहा कि यह छात्रों के भविष्य से जुड़ा मामला है. इसलिए जल्द से जल्द जो भी फैसला हो, वह आ जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पहले से ही नीट पीजी प्रवेश की प्रक्रिया कोरोना की वजह से लेट हो चुका है, अब और देर होने से परेशानी हो रही है.

Last Updated : Dec 6, 2021, 4:02 PM IST
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