रांचीः लॉकडाउन के बीच पहली बार रांची विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक 3 जून को आयोजित की जा रही है. सिंडिकेट की बैठक में 12 एजेंडों पर चर्चा होगी और विषयों पर सहमति मिलने के बाद मुहर लगाई जाएगी.
विश्वविद्यालय के वित्त समिति के एक महत्वपूर्ण फैसले पर भी 3 जून को सिंडिकेट के सदस्यों की ओर से मुहर लगाने की संभावना है. गौरतलब है कि 33 फीसदी से अधिक कर्मचारियों के सहयोग से रांची विश्वविद्यालय में फिलहाल कामकाज हो रहे हैं. जहां कोविड-19 के तहत जारी तमाम गाइडलाइन का पालन भी किया जा रहा है.
अनेक विषयों पर होगी चर्चा
रांची विश्वविद्यालय सिंडिकेट की बैठक लॉकडाउन के बीच 3 जून को आयोजित होगी. जानकारी के अनुसार इस बैठक में शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को एसीपी और एमएसीपी का लाभ दिए जाने वाले प्रस्ताव पर भी मुहर लगाया जाएगा. इस बैठक में मुख्य रूप से 12 एजेंडो पर चर्चा होगी. फिर सिंडिकेट के सदस्यों की ओर से सहमति प्रदान की जाएगी. इसमें विश्वविद्यालय के बॉटनी विभाग के प्रोफेसर डॉ अशोक कुमार चौधरी का सेवानिवृत्ति के बाद सेवा संपुष्टि करने संबंधी प्रस्ताव पर भी विचार किया जा सकता है. इसके अलावा डॉ शर्मिला रानी सह प्राध्यापक विमेंस कॉलेज के जंतु विज्ञान विभाग को 2 वर्षों के लिए अवैतनिक स्वीकृत करने को घटना उत्तर स्वीकृति भी दी जा सकती है. वहीं जेपीएससी की अनुशंसा के मद्देनजर संत जेवियर कॉलेज के कॉमर्स विभाग के व्याख्याता ललित शर्मा की नियुक्ति पर अनुमोदन किया जा सकता है. इसके अलावा कोविड-19 सेल की ओर से लिए गए निर्णय पर भी इस सिंडिकेट की बैठक में मुहर लगाई जाएगी. साथ ही एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के कई प्रस्तावों पर भी चर्चा होगी. सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए सिंडिकेट के सदस्यों की ओर से यह बैठक आयोजित की जाएगी.
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कुलपति रमेश कुमार पांडे की अध्यक्षता में होने वाली बैठक को लेकर रांची विश्वविद्यालय की ओर से प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं. वहीं एकेडमिक काउंसिल की बैठक को लेकर भी इस बैठक में चर्चा की जाएगी. बता दें कि कोरोना महामारी के मद्देनजर लॉकडाउन की वजह से फिलहाल विश्वविद्यालयों में क्लासेस नहीं चल रही हैं. लेकिन ऑनलाइन पठन-पाठन के माध्यम से कुछ हद तक विद्यार्थियों तक स्टडी मैटेरियल पहुंचाई जा रही है.