रांची: रांची विश्वविद्यालय एकेडमिक काउंसिल की बैठक बुधवार को आयोजित हुई. बैठक में 19 प्रस्तावों पर चर्चा हुई और कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर भी लगी. हालांकि, रांची विश्वविद्यालय के महत्वकांक्षी योजना और तैयार किए गए प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगाई जा सकी. आरयू में योग और बीएड विद्यार्थियों के लिए पीएचडी की व्यवस्था की जानी थी, लेकिन एकेडमिक काउंसिल ने इस पर सहमति नहीं जताई है.
एकेडमिक काउंसिल में 19 प्रस्तावों को रखा गया था. सभी प्रस्तावों पर एकेडमिक काउंसिल के सदस्यों ने अपनी सहमति प्रदान कर दी. यही नहीं कई कालेजों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई को लेकर काउंसिल की सहमति मिली है. इसमें बीएन जालान महाविद्यालय सिसई में स्नातकोत्तर स्तर पर अंग्रेजी विषय की पढ़ाई, बिरसा महाविद्यालय खूंटी में अंग्रेजी, नागपुरी, जंतु विज्ञान और भौतिक विज्ञान की पढ़ाई स्नातकोत्तर में शुरू करने, रामलखन सिंह यादव महाविद्यालय में भूगोल विषय में स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई प्रारंभ करने, एसएस मेमोरियल महाविद्यालय में अंग्रेजी, नागपुरी और वनस्पति विज्ञान में स्नातकोत्तर स्तर पर पढ़ाई करने के प्रस्ताव पर मंजूरी मिली है.
रांची विश्वविद्यालय में एमए इन योगिक साइंस विद्यार्थियों को अन्य विषयों और दर्शनशास्त्र, संस्कृत, मनोविज्ञान, लाइफसाइंस, समाजशास्त्र विषय में पीएचडी की उपाधि प्रदान करने के लिए अनुमति मिली है. पीपीके कॉलेज बुंडू में स्नातकोत्तर स्तर पर सभी विषयों में पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है. रांची विश्वविद्यालय में संचालित मास कम्युनिकेशन में पीएचडी प्रारंभ करने के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा.
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रांची विश्वविद्यालय में एलएलएम विभाग के लिए सीबीसीएस पेटर्न पर पढ़ाई करने के लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज द्वारा अनुमोदित पाठ्यक्रम को स्वीकृति प्रदान कर दी गई. सिल्ली कॉलेज सिल्ली में स्नातकोत्तर स्तर पर हिंदी, इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान एवं समाजशास्त्र विषयों में पढ़ाई प्रारंभ करने के लिए सहमति प्रदान की गई. रेडियो खाची अंतर्गत रेडियो जॉकी, साउंड प्रोड्यूसर, कॉपीराइटर और रेडियो मैनेजर पाठ्यक्रम की पढ़ाई शुरू होगी. दूसरी तरफ योग विभाग का नाम बदलकर अब स्कूल ऑफ योग होगा. स्नातकोत्तर योग्य भाग में संचालित पाठ्यक्रम की पुस्तक प्रकाशित करने के प्रस्ताव पर एकेडमिक काउंसिल की मंजूरी मिल गई.