रांची: झारखंड के सबसे बड़ी सरकारी अस्पताल रिम्स ने एक बार फिर से नया कीर्तिमान स्थापित किया है. रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के चिकित्सकों ने पहले राज्य में पहली बार औरटा (AORTA) की ओपन हार्ट सर्जरी की है. आम तौर पर अगर प्राइवेट अस्पताल में अगर इसका इलाज कराया जाता है तो उसका खर्च 12 से 15 लाख रुपए तक आता है.
रिम्स के डॉक्टरों ने राज्य में पहली बार औरटा बीमारी का इलाज कर चतरा के एक मरीज को नया जीवनदान दिया गया है. जटिल सर्जरी कर रिम्स के सीटीवीएस विभाग के डाक्टरों ने एक कीर्तिमान स्थापित किया है. कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विनीत महाजन बताते हैं कि उनके विभाग के चिकित्सक डॉ अंशुल प्रकाश और राकेश चौधरी ने रिम्स में पहली बार इस तरह का ऑपरेशन किया है. औरटा (AORTA) बेहद जटिल ऑपरेशन कर मरीज की जान बचाई जाती है.
डॉ विनीत महाजन ने बताया कि यह बीमारी एक लाख लोगों में महज दो से तीन लोगों को होती है. इसमें मरीज के हार्ट की मुख्य धमनी में सूजन आ जाती है. इसी मुख्य धमनी को मेडिकल भाषा में औरटा कहा जाता है. मरीज का ऑपरेशन करने वाले मुख्य चिकित्सक डॉ अंशुल प्रकाश बताते हैं कि सर्जरी इतनी जटिल थी कि इसमें करीब 5 घंटे लग गए. उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन रांची में रिम्स के अलावा दूसरे अस्पताल में संभव नहीं है. वहीं अगर दूसरे राज्य के निजी अस्पतालों में अगर मरीज ऐसी ऑपरेशन करवाता है तो उसमें 12 लाख से 15 लाख रुपए तक खर्च आता है. जबकि रिम्स में यह ऑपरेशन निशुल्क किया गया है.
डॉक्टरों ने बताया कि चतरा के रहने वाले गणेश राम की औरटा (AORTA) की ओपन हार्ट सर्जरी पहली बार हुई है. अगर इस सर्जरी को समय पर नहीं किया जाता तो मरीज के हृदय के साथ-साथ दिमाग की नसें भी खराब हो सकती थी. इसीलिए गणेश राम की सर्जरी का निर्णय लिया गया. मरीज को रिम्स के सीटीवीएस विभाग में दो हफ़्ते पहले रेफर किया गया था. यहां पहुंचने के बाद मरीज के हृदय की एंजियोग्राफी जांच की गई इसके बाद उसकी सर्जरी की गई. मरीज की स्थिति फिलहाल सामान्य है और उसे वेंटिलेटर से हटा दिया गया है. फिलहाल वह डॉक्टरों की निगरानी पर है.