रांची: प्लास्टिक पर्यावरण के लिए हानिकारक ही नहीं बल्कि जानलेवा भी है पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में भी प्लास्टिक का अहम रोल है. इसके बावजूद प्लास्टिक का किसी न किसी रूप में इस्तेमाल होता ही रहता है. रेलवे स्टेशनों पर इसका उपयोग कुछ ज्यादा ही होता है. इससे न केवल पर्यावरण को नुकसान होता है बल्कि स्टेशनों पर गंदगी भी फैलती है. इसे देखते हुए रांची रेल मंडल ने रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक इस्तेमाल पर कड़ा रुख अख्तियार किया है.
प्लास्टिक के इस्तेमाल पर लगेगा जुर्माना
रांची रेल मंडल प्लास्टिक का उपयोग करने वालों पर जुर्माना वसूली करने जा रहा है. इस नए नियम को रेल मंडल 2 अक्टूबर से लागू कर देगा. इसके साथ ही रेलवे के सभी वेंडर्स को भी प्लास्टिक के कैरी बैग की जगह दोबारा प्रयोग में लाने वाले कैरी बैग रखने को कहा गया है जो इको फ्रेंडली बैग हों और उसके डिस्पोजल से पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान ना हो.
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यात्रियों को मिलेगा कैशबैक
स्टेशन को प्लास्टिक फ्री जोन बनाने के लिए रांची रेल मंडल अब बोतल क्रश मशीन भी लगा रही है. रांची स्टेशन पर प्रयोग के तौर पर इसका उपयोग भी हो रहा है. रांची रेल मंडल ने यह निर्णय भी लिया है कि पैसेंजर अगर क्रश मशीन का उपयोग करते हैं तो उन्हें एक कूपन दिया जाएगा. क्रश मशीन में पानी और कोल्ड ड्रिंक की बोतल को डालने पर वह क्रश हो जाएगा और इसके जरिए पैसेंजर्स को कैशबैक भी मिलेगा. ऐसे में प्लास्टिक का डिस्पोजल भी होगा और पैसेंजर को फायदा भी मिलेगा. इस नए कदम से स्टेशन और ट्रेनों में 50 माइक्रोन के प्लास्टिक के इस्तेमाल से जहां प्लास्टिक वेस्ट में कमी आएगी. वहीं प्लास्टिक का डिस्पोजल करना भी आसान होगा.