रांची: बीजेपी से अलग होकर निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में रांची लोकसभा सीट के चुनावी मैदान में उतरे रांची सांसद रामटहल चौधरी ने नॉमिनेशन वापसी के अंतिम दिन भी अपना नाम वापस नहीं लेकर सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है. एक नई पारी की शुरुआत फुटबॉल के साथ कर दी है. उन्होंने दावा किया कि इस बार बीजेपी को नेट बॉल से हराएंगे.
चुनावी कार्यालय का उद्घाटन
दरअसल, बागी तेवर के साथ बीजेपी का दामन छोड़ निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में रांची लोकसभा सीट के चुनावी मैदान में कूदे रामटहल चौधरी को चुनाव में फुटबॉल का सिंबल मिला है. ऐसे में उन्होंने कांग्रेस के स्टेट हेड क्वार्टर के ठीक सामने शांति अपार्टमेंट में चुनावी कार्यालय का उद्घाटन किया.
'बीजेपी ने दुत्कारा'
इस दौरान उन्होंने दावा किया कि वह बीजेपी और कांग्रेस के बीच से बॉल निकाल कर नेट बॉल करेंगे. उन्होंने कहा कि रांची लोकसभा सीट ऐसा सीट है जिसको मैंने सींचा है. लेकिन बीजेपी ने उन्हें दुत्कार दिया. वहीं प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे लिए कभी भी पीएम और सीएम ने कोई रोड शो नहीं किया था. लेकिन अब ऐसी स्थिति आ गई है कि पीएम को रोड शो करना पड़ रहा है.
'बीजेपी को गलतफहमी है'
उन्होंने कहा कि बीजेपी को गलतफहमी है कि वह कांग्रेस के साथ है. जबकि उन्होंने कहा कि अगर वह खड़े नहीं होते तो बीजेपी और बुरी तरह हारती और दावा किया है कि न बीजेपी और न ही कांग्रेस यहां जीत पाएगी. क्योंकि मतदाता उनके साथ हैं और उन्हीं की मांग पर उन्होंने निर्दलीय लड़ने का दृढ़ निश्चय किया था और उससे पीछे भी नहीं हटे हैं.
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जनता से विश्वासघात
उन्होंने कहा कि बीजेपी को गलतफहमी थी कि रांची लोकसभा सीट बीजेपी की हो गई है. लेकिन 25% मतदाता को बीजेपी से लगाव है. लेकिन 75% मतदाताओं को रामटहल चौधरी से लगाव है. उन्होंने कहा कि सीएम जहां जाएंगे वहां विरोध होगा. क्योंकि उन्होंने जनता के खिलाफ काम कर जनता से विश्वासघात किया है.