रांची: रेलवे द्वारा रेलवे विस्तारीकरण को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं. ऐसे में पीपीपी मॉडल पर रेलवे की इकाई डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर द्वारा देशभर में थर्ड लाइन का निर्माण किया जा रहा है. इस थर्ड लाइन पर मालवाहक ट्रेन संचालित होगी. जिससे सामान्य रेलवे लाइन पर बोझ कम होगी.
इस थर्ड लाइन का फायदा झारखंड को भी मिलेगा, झारखंड के कोडरमा, हजारीबाग, धनबाद और गिरिडीह जिले को छूकर ये थर्ड लाइन गुजरेगी. रेलवे के इकाई डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के जीएम वेद प्रकाश द्वारा राजधानी रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जहां थर्ड लाइन की विस्तारीकरण की जानकारी दी गई. वहीं, झारखंड को होने वाले संभावित फायदे के बारे में भी उन्होंने बताया मौके पर जीएम वेद प्रकाश ने कहा कि डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर द्वारा बृहद रूप से थर्ड लाइन का निर्माण कार्य शुरू किया गया है. जिसे पूरा करने का लक्ष्य 5 वर्ष का रखा गया है. इस प्रोजेक्ट में पीपीपी मोड पर फर्स्ट फेज में 10 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे, वहीं फेज टू में 750 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा.
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यह लाइन देश के विभिन्न प्रदेशों से होकर गुजरेगी. वहीं, झारखंड के कोडरमा, हजारीबाग ,गिरिडीह और धनबाद रेलवे जोन को भी कवर करेगी. जीएम वेद प्रकाश की माने तो इस प्रोजेक्ट के निर्माण हो जाने के बाद झारखंड के माइनिंग क्षेत्रों के माल वहन के लिए परेशानी कम होगी और पैसेंजर ट्रेन के आलावे एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों को भी समय सारणी में सुधार करने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. इस प्रोजेक्ट को लेकर लगभग 85% से ज्यादा जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है. आगे की प्रक्रिया संचालित हो रही है. रेलवे विस्तारीकरण को लेकर रेल मंत्रालय ने बजट में भी यह संकेत दे चुका है कि रेलवे के आधुनिकरण को लेकर रेल मंत्रालय पीपीपी मोड पर भी काम करेगी. डीएफसी द्वारा किए जा रहे थर्ड लाइन निर्माण कार्य इसकी एक कड़ी है.