रांची: 23 अगस्त को दुमका के टाउन थाना क्षेत्र में अंकिता नाम की लड़की के ऊपर शाहरुख नाम के लड़के ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी (Ankita was burnt to death in one sided love). इस मामले में अब सियासत गर्म हो गई है. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री सीएम रघुवर दास ने हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है.
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दुमका के अंकिता हत्याकांड पर पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा कि झारखंड शर्मसार है, दुखी है दुमका की हमारी बेटी अंकिता को एक वहशी शाहरुख ने अपने सनकीपन के कारण जिंदा जला दिया. उस बेटी ने अपने प्राण त्याग दिये. वोट बैंक और तुष्टीकरण का नतीजा है झारखंड की बेटी अंकिता की नृशंस हत्या. शाहरुख नाम के अपराधी ने अंकिता पर पेट्रोल डाल कर जला डाला, लेकिन मुख्यमंत्री जी के मुंह आज तक एक आह तक नहीं निकली।,इसे तुष्टीकरण नहीं कहें, तो क्या कहें. एक ओर हेमंत सरकार उपद्रवी नदीम को एयर एंबुलेंस से भेजकर सरकारी खर्च पर इलाज करवा रही है. दूसरी ओर झारखंड की बेटी अंकिता को उसी के हाल पर छोड़ दिया गया. सीएम हेमंत सोरेन ने अंकिता के हत्यारे को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चला कर एक सप्ताह में फांसी दिलाने की मांग की.
पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा कि यह सामान्य मामला नहीं है, हेमंत सरकार के सत्ता में आने के बाद से झारखंड में जिहादी ताकतें सक्रिय हो गयी हैं. लव जिहाद के मामले भी बढ़ गये हैं. सोची-समझी रणनीति के तहत हमारी बच्चियों को टारगेट किया जा रहा है. खुफिया विभाग की रिपोर्ट में भी यह बात सामने आयी है कि पीएफआइ, जिस संगठन को हमारी सरकार ने 2018 में प्रतिबंधित कर दिया था, फिर से सक्रिय है. संथाल की डेमोग्राफी में व्यापक बदलाव किया जा रहा है. कई क्षेत्रों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गये हैं. धर्मांतरण, गौतस्करी जैसे मामले वहां आम हो गये हैं, लेकिन हमारे राज्य के मुखिया को यह दिखाई नहीं देगा.
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त है और हेमंत सरकार पिकनिक मानने में मस्त है. शायद ही ऐसा कोई राज्य होगा, जहां ऐसा राजा होगा जिसे अपनी जनता की नहीं केवल अपने सरकार बचाने की चिंता है. पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा कि बहुत पहले एक कहावत सुनी थी जब रोम जल रहा था, नीरो बंसी बजा रहा था. आज वह चरितार्थ हो रहा है, अपने कारनामों के कारण झारखंड को राजनीतिक अस्थिरता में झोंकने वाले हेमंत सोरेन आज सीटी बजा रहे हैं. राज्य में बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि आज अंकिता की हत्या केवल एक बानगी है. हेमंत सोरेन के राज में झारखंड में ऐसी हजारों अंकिता हैं जो वहशी-दरिंदो का शिकार बन रही हैं. रघुवर दास ने पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए के मुआवजे और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की.