रांची: लॉकडाउन की वजह से तमाम अभ्यर्थियों ने अपने अपने घरों से ही छठी जेपीएससी परीक्षा के दौरान मिले एडमिट कार्ड जलाकर विरोध प्रकट किया. सैकड़ों अभ्यर्थियों ने अपने घरों में ही रहकर विरोध स्वरूप एडमिट कार्ड जलाया. छठी जेपीएससी की तमाम प्रक्रिया के साथ-साथ परीक्षा, परीक्षा के परिणाम को रद्द करने की मांग को लेकर शुरू हुआ आंदोलन दूसरा दिन भी जारी रखा.
गौरतलब है कि मोरहाबादी स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा के समक्ष अभ्यर्थियों द्वारा आमरण अनशन किया जा रहा है. विवादित छठी जेपीएससी परीक्षा का विरोध लगातार अभ्यर्थियों द्वारा किया जा रहा है. इनका आरोप है कि छठी जेपीएससी का विरोध झारखंड के तमाम राजनीतिक संगठन सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा सड़क से सदन तक विरोध किया गया है. इसके बावजूद छठी जेपीएससी की मुख्य परीक्षा परिणाम का घोषित करके त्रुटिपूर्ण मेरिट लिस्ट जारी की गई है.
झारखंड के छात्र इस भ्रष्टाचार का विरोध कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन की वजह से पुरजोर तरीके से नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए सांकेतिक रूप से लगातार इसका विरोध किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए छात्रों ने घर से ही आंदोलन की शुरुआत की है. वहीं, मोरहाबादी स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा के समक्ष अनिश्चितकालीन अनशन की शुरुआत भी की गई है.
अनशनकारी पीड़ित जेपीएससी अभ्यर्थी इमाम शफी और गुलाम हुसैन ने कहा कि जब छात्र कोरोना वायरस की महामारी से विवश होकर घर के अंदर हैं, तब लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए विवादित छठी जेपीएससी का घोटाला करते हुए मुख्य परीक्षा की मेरिट लिस्ट जारी की गई है और इसका विरोध वह मरते दम तक करेंगे. उन्होंने कहा कि विवादित छठी जेपीएससी की नियुक्ति प्रक्रिया में कहीं भी आरक्षण नियमावली और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया है, इसलिए इस पूरे प्रक्रिया को ही सरकार रद्द करें.