रांची: बिहार में शराब बंदी के बाद भी झारखंड में इसकी तस्करी बढ़ गई है. शराब माफियाओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. उत्पाद विभाग ऐसे शराब माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है. उत्पाद विभाग और स्पेशल ब्रांच ने मिलकर अवैध रूप से शराब की तस्करी करने वाले ऐसे 90 शराब माफियाओं की सूची तैयार की है. इन माफियाओं पर सीसीए लगाने और तड़ीपार करने की अनुसंशा की जा रही है. विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. तैयार की गई सूची जल्द ही राज्य सरकार को भेजी जाएगी. सहायक उत्पाद आयुक्त रामलील रवानी ने बताया कि कार्रवाई करने के बाद ही अवैध रूप से शराब की तस्करी पर रोक लग पाएगी.
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शराब माफियाओं की बढ़ी संख्या
झारखंड में शराब तस्करों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. विभागीय अधिकारियों के अनुसार अधिक कमाई होने की वजह से नए-नए लोग इस धंधे में जुड़ रहे हैं. बिहार में शराब की तस्करी भी कर रहे हैं. विभाग के पास ऐसे शराब माफियाओं की पूरी लिस्ट भी है.
जेल से छूटने के बाद फिर से धंधा
उत्पाद विभाग शराब माफियाओं पर लगातार कार्रवाई कर रहा है. विभाग की टीम इन्हें पकड़ कर जेल भी भेज रही है. जेल से छूटने के बाद वे फिर से शराब की तस्करी कर रहे हैं. कमाई का लालच देकर शराब माफिया इस धंधे में कई नए लोगों को भी जोड़कर उनसे तस्करी करवा रहे हैं.
इन शराब माफियाओं पर सीसीए लगाने की तैयारी
चान्हो के विष्णु साहू, खलारी का कैला महतो, नगड़ी के बालकरण महतो, चुटिया थाना क्षेत्र का गुड्डू साहू, टाटीसिल्वे का संतोष मुंडा, सिल्ली थाना क्षेत्र का विष्णु पोद्दार, नगड़ी का गणेश गोराई व हरेंद्र सिंह, सुखदेवनगर का अंकित गुप्ता, रातू का भूषण टोप्पो, सुखदेवनगर का संजय लोहरा, सुखदेवनगर का अनिल साहू, एयरपोर्ट थाना क्षेत्र का गंगा साहू व गंगा सागर, सोनाराम साहू, कांके का सोनू कुमार, राजू साव, अजय साहू, एयरपोर्ट का संजय साहू, मुकेश साहू, श्रवण कच्छप, शिव नारायण साहू, मनोज गोप, अनिल उरांव, जगन्नाथ महतो, पंचम नायक जैसे तस्कर शामिल है.
नकली शराब की हो रही तस्करी
विभागीय अधिकारियों के अनुसार शराब माफिया सस्ते ब्रांडेड शराब खरीदते हैं. उसे महंगी और ब्रांडेड बोतल में डालकर चोरी-छिपे बिहार भेज देते हैं. वहीं कुछ माफिया लोकल शराब बनाते हैं. ब्रांडेड सस्ती शराब के साथ उसे मिलाकर तस्करी करते हैं. इसका खुलासा हाल के दिनों में पकड़े गए शराब माफियाओं से हुई पूछताछ में हुआ है.
सरकार के निर्देश पर तैयार की गई सूची
सहायक उत्पाद आयुक्त रामलीला रवानी ने बताया कि नकली शराब की वजह से सरकार को राजस्व की हानि हो रही है. जिसे देखते हुए उत्पाद विभाग को शराब माफियाओं की लिस्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया था. उत्पाद विभाग और स्पेशल ब्रांच ने मिलकर सिर्फ रांची में ही 90 नकली शराब का कारोबार करने वालों की सूची तैयार की है.