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मकर संक्रांति की तैयारियां जोरों पर, रंग-बिरंगे पतंग से पटा है बाजार - रांची में मकर संक्रांति की तैयारी

मकर संक्रांति उत्सव पूरे विधि विधान के साथ मनाया जाने वाला पर्व है. इस पर्व के अवसर पर सुबह स्नान करने की परंपरा है, फिर ब्राह्मणों को दान पूण्य कर तिलकुट-चूड़ा, दही और खिचड़ी खायी जाती है, और उसके बाद समूह में पतंगबाजी. इसी कड़ी में रांची के बाजार रंग-बिरंगे पतंगों से सजकर तैयार हैं.

Makar Sankranti Festival, Preparation of Makar Sankranti in Ranchi, Kite market, मकर संक्रांति महोत्सव, रांची में मकर संक्रांति की तैयारी, पतंग का बाजार
पतंग के साथ बच्चे
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Published : Jan 12, 2020, 5:48 PM IST

रांची: मकर संक्रांति महोत्सव के दौरान पतंगबाजी का आयोजन जरूर होता है, और इस पर्व के मौके पर पतंग उड़ाने की परंपरा भी काफी पुरानी है. रांची में मकर संक्रांति महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर है, तो पतंगबाजी करने वाले लोगों के बीच भी इस पर्व को लेकर उत्साह देखा जा रहा है.

देखें पूरी खबर

रंग-बिरंगे पतंग
लोग समूह में पतंगबाजी करने के अलावे अपने परिवार के साथ भी मकर संक्रांति के अवसर पर जमकर पतंगबाजी करते हैं. इस साल भी रांची के बाजार में रंग-बिरंगे पतंगों के साथ मोदी पतंग का जलवा बरकरार है.

ये भी पढ़ें- सीएम हेमंत सोरेन ने विवेकानंद की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण, कई आलाअधिकारी रहे मौजूद

विधि विधान
मकर संक्रांति उत्सव पूरे विधि विधान के साथ मनाया जाने वाला पर्व है. इस पर्व के अवसर पर सुबह स्नान करने की परंपरा है, फिर ब्राह्मणों को दान-पूण्य कर तिलकुट-चूड़ा, दही और खिचड़ी खाया जाता है और उसके बाद समूह में पतंगबाजी की होड़ रहती है. पतंगबाजी मकर संक्रांति उत्सव का मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है. समूह में भी कहीं-कहीं पतंगबाजी प्रतियोगिता का आयोजन होता है.

पतंगबाजी को लेकर उत्साह.
पूरे देश के साथ-साथ राजधानी रांची में भी मकर सक्रांति के दौरान पतंगबाजी को लेकर उत्साह देखा जा रहा है. बाजारों में एक से बढ़कर एक पतंग मुहैया कराए गए हैं. व्यवसायी अन्य शहरों से भी पतंग मंगवाते हैं.

कार्टून कैरेक्टर मोदी पतंग की डिमांड
इस बार बाजार की खास रौनक मोदी पतंग है, तो वहीं पबजी गेम कार्टून कैरेक्टर से जुड़े कार्टून भी बच्चों को खासा आकर्षित कर रहे हैं. 5 रुपए से लेकर 100 रुपए तक के पतंग रांची के बाजार में मौजूद हैं. वहीं पतंग के साथ लटाई और चीनी मांझे की भी बिक्री देखी जा रही है. हालांकि चीनी मांझा को दुकानदार भी सुरक्षित नहीं मानते हैं. क्योंकि इसमें शीशे की परत और दूसरे पतंग को काटने के लिए अलग तरीके से इसे बनाया जाता है. जिससे हाथ के कटने का भी डर रहता है.

ये भी पढ़ें- पूर्व मंत्रियों को दोबारा मंत्रिमंडल में जगह मिले जरूरी नहीं, उपयोगिता के आधार पर मंत्रिमंडल में मिलेगी जगह: कांग्रेस


पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता
मकर संक्रांति उत्सव के मौके पर राजधानी रांची में इस वर्ष भी पतंगबाजी को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता का आयोजन भी होगा. इसे लेकर भी तैयारियां जोरों पर हैं.

रांची: मकर संक्रांति महोत्सव के दौरान पतंगबाजी का आयोजन जरूर होता है, और इस पर्व के मौके पर पतंग उड़ाने की परंपरा भी काफी पुरानी है. रांची में मकर संक्रांति महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर है, तो पतंगबाजी करने वाले लोगों के बीच भी इस पर्व को लेकर उत्साह देखा जा रहा है.

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रंग-बिरंगे पतंग
लोग समूह में पतंगबाजी करने के अलावे अपने परिवार के साथ भी मकर संक्रांति के अवसर पर जमकर पतंगबाजी करते हैं. इस साल भी रांची के बाजार में रंग-बिरंगे पतंगों के साथ मोदी पतंग का जलवा बरकरार है.

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विधि विधान
मकर संक्रांति उत्सव पूरे विधि विधान के साथ मनाया जाने वाला पर्व है. इस पर्व के अवसर पर सुबह स्नान करने की परंपरा है, फिर ब्राह्मणों को दान-पूण्य कर तिलकुट-चूड़ा, दही और खिचड़ी खाया जाता है और उसके बाद समूह में पतंगबाजी की होड़ रहती है. पतंगबाजी मकर संक्रांति उत्सव का मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है. समूह में भी कहीं-कहीं पतंगबाजी प्रतियोगिता का आयोजन होता है.

पतंगबाजी को लेकर उत्साह.
पूरे देश के साथ-साथ राजधानी रांची में भी मकर सक्रांति के दौरान पतंगबाजी को लेकर उत्साह देखा जा रहा है. बाजारों में एक से बढ़कर एक पतंग मुहैया कराए गए हैं. व्यवसायी अन्य शहरों से भी पतंग मंगवाते हैं.

कार्टून कैरेक्टर मोदी पतंग की डिमांड
इस बार बाजार की खास रौनक मोदी पतंग है, तो वहीं पबजी गेम कार्टून कैरेक्टर से जुड़े कार्टून भी बच्चों को खासा आकर्षित कर रहे हैं. 5 रुपए से लेकर 100 रुपए तक के पतंग रांची के बाजार में मौजूद हैं. वहीं पतंग के साथ लटाई और चीनी मांझे की भी बिक्री देखी जा रही है. हालांकि चीनी मांझा को दुकानदार भी सुरक्षित नहीं मानते हैं. क्योंकि इसमें शीशे की परत और दूसरे पतंग को काटने के लिए अलग तरीके से इसे बनाया जाता है. जिससे हाथ के कटने का भी डर रहता है.

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पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता
मकर संक्रांति उत्सव के मौके पर राजधानी रांची में इस वर्ष भी पतंगबाजी को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता का आयोजन भी होगा. इसे लेकर भी तैयारियां जोरों पर हैं.

Intro:रांची।

मकर सक्रांति महोत्सव के दौरान पतंगबाजी का आयोजन जरूर होता है और इस पर्व के मौके पर पतंग उड़ाने की परंपरा भी काफी पुरानी है .राजधानी रांची में मकर संक्रांति महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर है तो पतंग बाजी करने वाले लोगों के बीच भी इस पर्व को लेकर उत्साह देखा जा रहा है .लोग समूह में पतंगबाजी करने के अलावे अपने परिवार के साथ भी मकर सक्रांति के अवसर पर जमकर पतंगबाजी करते हैं और इस वर्ष भी रांची के बाजार में मोदी पतंग का जलवा बरकरार है.


Body:मकर संक्रांति उत्सव पूरे विधि विधान के साथ मनाया जाने वाला पर्व है .इस पर्व के अवसर पर सुबह स्नान करने की परंपरा है फिर ब्राह्मणों को दान पूण्य कर तिलकुट चूड़ा दही और खिचड़ी खाया जाता है और उसके बाद समूह में पतंगबाजी की होड़ रहती है. पतंगबाजी मकर संक्रांति उत्सव का मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है. लोग अपने घर परिवार के साथ पतंगबाजी करते हैं तो वहीं समूह में भी कहीं-कहीं पतंगबाजी प्रतियोगिता का आयोजन होता है .

पतंगबाजी को लेकर उत्साह.

पूरे देश के साथ-साथ राजधानी रांची में भी मकर सक्रांति के दौरान पतंगबाजी को लेकर उत्साह देखा जा रहा है .बाजारों में एक से बढ़कर एक पतंग मुहैया कराए गए हैं. रांची के कर्बला चौक स्थित मुस्लिम कारीगरों द्वारा एक से बढ़कर एक पतंग बनाए जाते हैं .वहीं व्यवसायियों द्वारा भी अन्य शहरों से भी पतंग मंगवाया जाता है .इस वर्ष भी लोगों की जरूरतें पूरी हो इसे देखते हुए प्रचुर मात्रा में पतंग मंगवाए गए हैं और बनवाए भी गए हैं.


कार्टून करैक्टर मोदी पतंग का डिमांड.

इस बार बाजार का खास रौनक मोदी पतंग है तो वहीं पब्जी गेम कार्टून करैक्टर से जुड़े कार्टून भी बच्चों को खासा आकर्षित कर रहा है .5 रुपये से लेकर 100 रुपये तक के पतंग रांची के बाजार में मौजूद है .वहीं पतंग के साथ लटाई और चीनी मांझा की भी बिक्री देखी जा रही है. हालांकि चीनी मांझा को दुकानदार भी सुरक्षित नहीं मानते हैं. क्योंकि इसमें शीशे की परत और दूसरे पतंग को काटने के लिए अलग तरीके से बनाया जाता है .जिससे हाथ कटने की डर है .वहीं दुर्घटना होने की संभावना रहता है .इसलिए सावधानी से पतंगबाजी करने की सलाह बड़े बुजुर्ग दे रहे हैं.


Conclusion:मकर सक्रांति उत्सव के मौके पर राजधानी रांची में इस वर्ष भी पतंगबाजी को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे .पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता का आयोजन भी होगा. इसे लेकर भी तैयारियां जोरों पर है.


बाइट-पतंग विक्रेता,

बाइट-ख़रीददार।

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