रांची: आज विजयादशमी है. विजयादशमी के दिन रांची के मोरहाबादी मैदान में रावण दहन कार्यक्रम (Ravan Dahan program at Morhabadi ground) का आयोजन किया गया है. इसको लेकर तैयारी कर ली गई है. रावण दहन को लेकर ट्रैफिक रूट में बदलाव किए गए हैं.
रावण दहन समिति के आयोजक सुधीर ने बताया कि आज 3:00 बजे रावण दहन का समय निर्धारित किया गया है(ravan dahan 2022 in ranchi ). इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सांसद संजय सेठ, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, विधायक सीपी सिंह, पूर्व मंत्री बंधू तिर्की, मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय सहित शहर के कई गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे.
एसएसपी कौशल किशोर ने बताया कि मोरहाबादी मैदान में बड़ी संख्या में लोग रावण दहन कार्यक्रम देखने पहुंचते हैं. मोरहाबादी मैदान में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन मुस्तैद है. उन्होंने कहा कि संभावित भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. इसके साथ ही ट्रैफिक रूट में भी कुछ बदलाव किया गया है, ताकि आमलोगों को परेशानी नहीं हो.
बता दें कि लगातार हो रही तेज बारिश की वजह से आयोजकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. सप्तमी, अष्टमी और नवमी को भी तेज बारिश हुई, जिसकी वजह से रावण दहन के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने में कारीगरों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. रावण दहन के दौरान किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े, इसलिए इस बार गया से आए कारीगरों ने वाटरप्रूफ रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद बनाया है.
मोरहाबादी में 70 फिट का 'रावण': बिहार के गया जिले से आए कारीगरों ने 70 फिट का रावण, 65 फिट का कुंभकर्ण और 60 फिट का मेघनाद का पुतला बनाया है(Preparation of Ravan Dahan in Ranchi ). पिछले 21 दिनों से कुल 14 कारीगर मिलकर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले के निर्माण में लगे हुए थे. लगातार बारिश के व्यवधान डालने के बावजूद बेहतरीन तरीके से तीनों पुतलों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है. कारीगरों ने बताया कि पुतला बनाने के लिए पंजाबी हिंदू बिरादरी के लोगों ने जगह दी थी. वहां पुतला तैयार करने के बाद दशहरा रावण दहन कार्यक्रम स्थल पर ट्रेलर से लाया जाता है.
मोरहाबादी में दशहरा कार्यक्रम के आयोजक अरुण चावला के मुताबिक उनकी संस्था 1948 से यह कार्यक्रम कर रही है. पहले जिला अस्पताल में यह कार्यक्रम होता था. अब मोरहाबादी मैदान में रावण का पुतला जलाया जाता है. वहीं अरगोड़ा दुर्गा पूजा समिति के सचिव चन्दन कुमार का कहना है कि वे एक सामुदायिक भवन में पुतला बनवाते हैं.
शिवकाशी और प. बंगाल से आए पटाखेः रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों में शिवकाशी और प. बंगाल से मंगाए गए पटाखों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके लिए प. बंगाल से बेहतरीन कारीगर रांची पहुंचे हैं. कारीगर यह बताते हैं कि भले ही रावण कुंभकर्ण, मेघनाद के पुतले वाटर प्रूफ बनाए गए हैं लेकिन यह फायर प्रूफ नहीं है. भारी बारिश के बावजूद ये बड़े ही मजे के साथ जलेंगे.
रांची में चार स्थानों पर होगा रावण दहनः राजधानी रांची में हर साल की तरह चार स्थानों पर रावण दहन का कार्यक्रम होता है(ravan dahan near me ). मुख्य समारोह रांची के मोरहाबादी मैदान में, जबकि इसके अलावा अरगोड़ा, टाटीसिलवे और शालीमार मैदान धुर्वा में भी रावण के पुतले का दहन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मोरहाबादी और अरगोड़ा में होने वाले रावण दहन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. अरगोड़ा, टाटीसिलवे और शालीमार मैदान धुर्वा में भी वाटरप्रूफ पुतलों का ही निर्माण किया गया है. यहां भी गया से आए कारीगरों ने ही पुतलों को तैयार किया है.