रांची: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर झारखंड में राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू कर दी है. सत्तारूढ़ बीजेपी समेत विपक्षी झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और अन्य दलों ने भी इसको लेकर अपनी-अपनी स्ट्रेटजी बनानी शुरू कर दी है. उन्हें बस इलेक्शन कमीशन के द्वारा चुनाव की तिथियों की घोषणा का इंतजार है.
चुनाव की तिथियों की घोषणा का इंतजार
प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा की मानें तो चुनाव की तिथियों की घोषणा का इंतजार केवल राजनीतिक दल ही नहीं बल्कि आम लोग भी कर रहे हैं. पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चूकि देश के प्रधानमंत्री का चुनावी दौरा अभी समाप्त नहीं हुआ है. इसी वजह से ऐसा माना जा सकता है कि इलेक्शन की डेट डिक्लेयर नहीं हुए हैं.
JMM पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो यह अच्छा नहीं है. झामुमो ने अपनी सीटों को लेकर स्ट्रेटजी बनानी शुरू कर दी है. पार्टी के नेता हेमंत सोरेन संघर्ष यात्रा का आयोजन कर लोगों से सीधा संवाद कर रहे हैं.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक दुबे
इधर, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी चुनावी तैयारियों में मशगूल है. कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली के बाद पार्टी ने पुरजोर तैयारी शुरू कर दी है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि अलग-अलग सीटों पर स्ट्रेटजी बनाई जा रही है. पार्टी बूथ से लेकर राज्य स्तर तक अपनी गतिविधि बढ़ा चुकी है. उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र समिति की बैठक हाल में हुई है. इसके अलावा संभावित लोगों के नाम की चर्चा भी हो रही है.
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बीजेपी के प्रदेश महामंत्री अनंत ओझा
वहीं, प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी की मानें तो पार्टी ने राज्य की 13 लोकसभा सीटों पर अपनी तैयारी शुरू कर दी है. इसको लेकर पांच प्रमंडल में क्लस्टर सम्मेलन हुए हैं. साथ ही 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' कार्यक्रम भी पार्टी ने आयोजित कराया है. बीजेपी के प्रदेश महामंत्री अनंत ओझा ने कहा कि में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का रिजल्ट लोकसभा चुनाव में मिलेगा.