रांची: विधानसभा सत्र के बीच आंगनबाड़ी में कार्यरत पोषण सखी और सेविकाओं ने हड़ताल की घोषणा की है. शिक्षा मंत्री के आश्वासन से असंतुष्ट पोषण सखी और सेविकाओं ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल और प्रदर्शन करने का ऐलान करते हुए शिक्षामंत्री पर बरगलाने का आरोप लगाया है.
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पोषण सखियों का आंदोलन: इससे पहले बुधवार (9 मार्च) को शिक्षामंत्री से आश्वासन के बाद पोषण सखी और सेविकाओं ने कई दिनों से चले आ रहे आंदोलन को समाप्त कर दिया था. उनकी मानें तो संगठित होकर अपनी मांग को लेकर पोषण सखी और सेविका अनिश्चितकालीन धरना दे रहे थे, लेकिन शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने उनके धरने को बरगला कर समाप्त करवा दिया. सके बावजूद भी एक बार फिर तमाम पोषण सखी संगठित होंगे और धरना को जारी रखेंगे.
मानदेय बढ़ाने की मांग: 2016 में आंगनबाड़ी कर्मी पोषण सखी सह सेविका के पद पर कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था. योग्यता के अनुसार उन्हें उचित मानदेय भी नहीं मिल रहा है. दूसरी ओर सेवा शर्त नियमावली के प्रावधानों में उन्हें नही रखा गया है. जिसके कारण आर्थिक परेशानियों से भी वे गुजर रहे हैं. वे लोग लगातार इसे लेकर आंदोलित हैं.रघुवर सरकार के दौरान भी सेविकाओ ने आंदोलन किया था. हेमंत सोरेन ने नेता प्रतिपक्ष रहते हुए उन्हें भरोसा दिलाया था कि उनकी सरकार बनते ही उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा. लेकिन इस और यह सरकार ध्यान नहीं दे रही है और इसी से आक्रोशित होकर विधानसभा परिसर के समीप जगन्नाथपुर स्थित साईं मंदिर मैदान में पोषण सखी सेविका अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे थे.
शिक्षा मंत्री ने दिया था आश्वासन: बताते चलें कि शिक्षा मंत्री ने आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और जल्द से जल्द उनके समस्याओं का समाधान किया जाएगा. इधर पोषण सखी और सेविकाओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक वह लोग आंदोलन पर ही डटे रहेंगे .आश्वासन से कुछ नहीं होगा लिखित रूप से तमाम चीजें स्पष्ट होनी चाहिए.