हजारीबाग: जिले में स्वास्थ्य सेवा कोमा में चली गई है. सरकार के लाख दावे करने के बावजूद यहां मरीजों को उचित सुविधा नहीं मिल पा रही है. आलम यह है कि विलुप्त होती हुई बिरहोर जनजाति के मरीज पिछले 8 दिनों से समुचित स्वास्थ्य सेवा नहीं मिलने के कारण परेशान हैं. दूसरी ओर एक मरीज के साथ डॉक्टरों ने बदसलूकी की और इलाज करने से मना कर दिया. ऐसे में हजारीबाग के स्थानीय विधायक मनीष जायसवाल ने जमकर अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों की क्लास लगाई.
स्वास्थ्य सेवा का हाल बेहाल
हजारीबाग में स्वास्थ्य सेवा का हाल बेहाल है. आलम यह है कि पिछले 8 दिनों से चतरा से आए बिरहोर मरीज का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है. उसके पेट में दर्द है और उसका ऑपरेशन होना है. लेकिन ऑपरेशन नहीं होने के कारण वह काफी परेशान है. वहीं दूसरी ओर हजारीबाग के मरीज और उसके परिजनों के साथ डॉक्टरों ने यह कह दिया कि इसका इलाज मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नहीं होगा, किसी दूसरे निजी अस्पताल में ले जाया जाए. ऐसे में परिजनों ने हंगामा भी किया.
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विधायक ने लगाई क्लास
मरीज के परिजन अपनी फरियाद लेकर विधायक कार्यालय पहुंचे और इसके बाद विधायक ने जमकर सदर अस्पताल प्रबंधन की क्लास लगाई. उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कि किसी भी मरीज के साथ आप इलाज के लिए नकार दें, या फिर उसे समुचित सेवा न दें. इस दौरान विधायक ने यह भी कहा कि 8 दिनों से बिरहोर परिवार का इलाज नहीं हो पा रहा है, यह कहां का न्याय है. उन्होंने कहा कि सरकार बिरहोर के लिए कई योजना चला रही है, लेकिन बिरहोर इलाज के बगैर रह जाए यह उचित नहीं है.
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क्या कहा अस्पताल सुपरिटेंडेंट ने
हंगामा के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुपरिटेंडेंट ने कहा कि सभी का इलाज हो रहा है. वे ओटी की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि यहां भवन निर्माण चल रहा है. इस कारण किसी का भी ऑपरेशन नहीं हो सकता है. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि बिरहोर परिवार का भी इलाज शुरू कर दिया गया है.