रांची: शहर के हिंदपीढ़ी इलाके में आए दिन हो रहे विवाद के बाद अब रांची पुलिस ने अपना सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. राजधानी रांची के सभी पीसीआर वाहनों को हिंदपीढ़ी के गली-गली में तैनात कर दिया गया.
शक्ति प्रदर्शन
बुधवार की सुबह पीसीआर वैन में तैनात होकर पुलिस वालों ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन भी किया. पुलिसकर्मियों ने हिंदपीढ़ी के माहौल को बिगाड़ने वाले लोगों को यह ताकीद दी है कि वे यह न समझें कि पुलिस उन पर कार्रवाई नहीं करेगी, इसलिए वे लॉकडाउन के नियमों का पालन करें और सुरक्षित रहें.
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दरअसल पिछले 3 दिनों से हिंदपीरी इलाके में अफरा-तफरी मची हुई थी. हिंदपीढ़ी में रहने वालों की मदद और इलाज के लिए गई टीम पर एक के बाद एक हमले और बदसुलूकी के मामले सामने आ रहे थे. लेकिन वहां के लोग इससे बाज नहीं आ रहे. अब पुलिस-प्रशासन जाग गई है और एंबुलेंस को तोड़फोड़ और बवाल काटने के मामले में 6 नामजद और 500 अज्ञात के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है. पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद अब हिंदपीढ़ी में प्रशासन अपनी सख्ती दिखा रहा है और कड़ाई से लॉकडाउन का पालन करवा रहे हैं.
क्यों विवाद में है हिंदपीढ़ी
रांची के हिंदपीढ़ी बड़ी मस्जिद में छिपकर रहने के दौरान बीते 30 मार्च 2020 को पकड़े गए तबलीगी जमात के 17 विदेशियों के सामने आने के बाद तीसरे ही दिन मलेशिया से आई विदेशी महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई. उसके बाद तो अचानक हिंदपीढ़ी से कोरोना पॉजिटिव मामलों की बाढ़ आ गई. जिसके बाद पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया और हिंदपीढ़ी को चारों तरफ से सील कर दिया गया, लेकिन इसके बावजूद आए दिन मेडिकल कर्मियों और पुलिस पर पथराव की खबरें हिन्दपीढ़ी से आती रही.
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अब तक 200 से ज्यादा किए गए क्वारेंटाइन
कोरोना संक्रमित परिवार के संपर्क में आने वाले 300 से ज्यादा लोगों को पुलिस प्रशासन ने क्वारंटाइन किया है. इनमें 90 के करीब लोगों को खेलगांव में बने आइसोलेशन सेंटर भेजा गया है. जबकि कई को होम क्वारंटाइन किया गया है. जबकि सभी को प्रशासन सैंपलिंग करवा रही है. इसके अलावा इस परिवार के संपर्क में आने वाले हर उन व्यक्तियों को पुलिस-प्रशासन तलाश कर रही है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.