रांची: झारखंड की समृद्ध विरासत और वीर सपूतों के योगदान और आजादी की लड़ाई में उनके योगदान की वीर गाथा को खुद में समेटे भगवान बिरसा मुंडा संग्रहालय सह बिरसा मुंडा स्मृति पार्क का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल से ऑनलाइन लोकार्पण किया. झारखंड स्थापना दिवस और जनजातीय गौरव दिवस के दिन हुए लोकार्पण कार्यक्रम में रांची से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राज्यपाल रमेश बैस, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सहित कई विधायक मंत्री और दूसरे नेता शामिल हुए.
देश के दूसरे राज्यों में भी बनेगा संग्रहालय
देश के अलग-अलग राज्यों में ऐसे ही 09 और म्यूजियम बनाए जाएंगे. गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, गोवा, मणिपुर और अन्य राज्यों में इस तरह की संग्रहालय बनाने की योजना है.
पीएम मोदी ने किया लोकार्पण
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम का ऑनलाइन लोकार्पण किया. जोहार से अपने भाषण की शुरूआत करते हुए पीए मोदी ने आज के दिन को पुनीत अवसर बताया और कहा कि धररती आबा बिरसा मुंडा की जयंती, राज्य स्थापना दिवस और देश के आजादी के 75 वर्ष का यह कालखंड देश के लिए गौरव का अवसर है. ये दिन भारत की जनजातीय परंपराओं,शौर्य गाथा को और भी भव्य पहचान देगा. उन्होंने कहा कि आज से हर वर्ष 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा. पीएम ने अपने संबोधन में बिरसा मुंडा और आदिवासी वीर शहीदों और वीरांगनाओं को श्रद्धा सुमन अर्पितल करते हुए देश भर के जनजातीय समाज को बधाई दी है. उन्होंने कहा मैने अपने जीवन का काफी बड़ा हिस्सा जनजातीय समाज के बीच बच्चों के साथ बिताया हूं इसलिए आज का दिन मेरे काफी भावुक करने वाला है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज ही के दिन अटल बिहारी वाजपेयी जी के चलते झारखंड राज्य अस्तित्व में आया और केंद्र में जनजातीय मंत्रालय बना और आज ही देश का पहला संग्रहालय राष्ट्र को समर्पित हो रहा है. जहां धरती आबा ने अंतिम सांस ली वह स्थल हमारे लिए तीर्थ स्थल जैसा है.
सीएम ने भी किया संबोधित
लोकार्पण कार्यक्रम में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज का दिन निश्चित रूप से ऐतिहासिक है, उन्होंने कहा हम ऐसे जगह पर हैं जहां धरती आबा ने अंतिम सांस ली थी. आज इस परिसर को नया रूप दिया गया है. समाज के कई अगुआ लोगों का एक संग्रहण तैयार किया गया है जिसके माध्यम से हम अपने आने वाली पीढ़ी को इतिहास बता सकते हैं. सीएम ने कहा कि इस देश में कई राज्य हैं जिसमें एक छोटा से राज्य झारखंड है जिसका इतिहास अपने आप में खास है. जब देश के लोग आजादी के सपने नहीं देख रहे थे तब यहां के पुरूष अंग्रेजों से आजादी, जल और जंगल के लिए संघर्ष कर रहे थे.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि भौतिकवादी युग मे आज हम चांद के पार जाने की तैयारी में हैं, झारखंड आदिवासी बहुल राज्य है,आदिवासियों के बारे में कुछ बताने की जरूरत नहीं है ,द्वैष भाव आदिवासियों ने नहीं रखी,सभी को एक समान रूप से देखा. आज अपने वीर सपूतों को याद करने का और नमन करने का वक्त है. आज झारखंड से आदिवासियों की आवाज देश भर में गूंज रहा है. आज केंद्र और राज्य सरकार मिलकर यह कार्यक्रम कर रहे हैं आने वाले दिनों में और भी स्वतंत्रता सेनानियों के वीर गाथा को सहेजा जाएगा.
अर्जुन मुंडा ने सीएम को दिया धन्यवाद
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी संबोधित किया और कहा पूर्वजों के सपनों को पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध होकर काम करना होगा. इसके साथ ही उन्होने कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए सीएम और राज्यपाल को धन्यवाद दिया. उन्होने पीएम मोदी के संबोधन की भी सराहना की और कहा हम सबों को वीरों के संदेश को आत्मसात करते हुए भारत को आत्मनिर्भर बनाना चाहिए.