रांचीः झारखंड में अवैध खनन के जरिए 100 करोड़ से अधिक अवैध कमाई और मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद उनके दूसरे सहयोगियों पर भी अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. ईडी के रडार पर अब पंकज मिश्रा के खास सहयोगी दाहू यादव और बच्चू यादव हैं. हालांकि मिली जानकारी के अनुसार दाहू यादव फरार हो गया है. सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार वो विदेश भाग गया है.
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दाहू-बच्चू की कुंडली खंगाल रही ईडीः मिली जानकारी के मुताबिक पंकज मिश्रा का दाहिना हाथ माने जाने वाले दाहू यादव और बच्चू यादव को मंगलवार को भी ईडी के समक्ष हाजिर होना था, लेकिन वो एजेंसी के समक्ष हाजिर नहीं हुआ. पहले आशंका जताई जा रही थी कि रांची से गायब होने के बाद दाहू और बच्चू यादव बंगाल में कहीं जाकर छिप गया. ईडी की टीम उन्हें सभी जगहों पर तलाश रही है. मनी लॉन्ड्रिंग के केस में संदेह के घेरे में आए दाहू यादव का आपराधिक इतिहास भी ईडी खंगाल रही है. दाहू यादव वर्तमान में साहिबगंज से कटिहार के बीच चलने वाली फेरी सर्विस संभालता है. ईडी को इस बात के साक्ष्य मिले हैं कि फेरी सर्विस के जरिए भी अवैध खनिज की ढुलाई की जाती है. वहीं, ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि तकरीबन दो दर्जन से अधिक हत्याकांड में दाहू की संलिप्तता है. लेकिन इन तमाम आपराधिक मामलों में उसे राहत मिलती रही है.
पंकज मिश्रा के बैंक खातों की जानकारी जुटा रही ईडीः साहिबगंज में आधा दर्जन से अधिक सरकारी बैंक व एक निजी बैंक के खातों की पड़ताल की जा रही है. ईडी सूत्रों के मुताबिक, पंकज मिश्रा समेत 14 लोग, उनके पारिवारिक सदस्य के सभी खातों की पूरी जानकारी जुटाई जा रही है. इन बैंकों में इन लोगों के बंद हो चुके खातों के ट्रांजेक्शन की भी पूरी हिस्ट्री मांगी गई है. ईडी को अंदेशा है कि अलग अलग बैंकों से अबतक जब्त 11.88 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अब भी अलग अलग बैंकों में जमा हो सकती है. ईडी ने झारखंड के कई शहरों में पंकज मिश्रा के खातों की जानकारी जुताई है जिसके बाद ईडी ने पिछले 5 साल के ट्रांजैक्शन की रिपोर्ट भी बैंकों से मांगी है.