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'कमजोर कड़ी' बने विपक्षी विधायकों पर बीजेपी की नजर, चुनाव से पहले विपक्ष को देगी झटका

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Published : Aug 19, 2019, 1:57 PM IST

झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टी तैयारी में जुट चुकी है. वहीं विपक्षी दल के नेता बीजेपी में शामिल होने को लेकर आस लगाए हुए हैं. पार्टी सूत्रों की माने तो विपक्षी पार्टी के कई नेता बीजेपी के आला नेताओं से मुलाकात भी कर रहे हैं.

विपक्षी विधायकों पर बीजेपी की नजर

रांची: आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राज्य के विपक्षी दलों के कई विधायक सत्तारूढ़ बीजेपी की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं. अपने भविष्य की चिंता लिए लंबे समय से विधानसभा में विपक्षी खेमे में बैठने वाले विधायकों में से कुछ कमल खिलाने के मकसद से बीजेपी ज्वाइन करने की फिराक में हैं. इनमें से कुछ विधायक बीजेपी के आला नेताओं के लगातार संपर्क में भी हैं.

देखें पूरी खबर


पार्टी सूत्रों की माने तो विपक्षी दलों के कुछ विधायक राज्य में सरकार के मुखिया से अनौपचारिक मुलाकात भी कर चुके हैं. इनमें झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और झारखंड विकास मोर्चा के जनप्रतिनिधि शामिल हैं. यहां तक की आजसू से निलंबित विधायक भी बीजेपी ज्वाइन करने की रेस में हैं.


विधायकों पर है बीजेपी की नजर
दरअसल, प्रदेश में अपनी पकड़ मजबूत करने और विपक्षी दल को कमजोर करने के मकसद से बीजेपी भी इस फिराक में है कि अपोजिशन बेंच पर बैठने वाले कुछ विधायक उनकी छत के नीचे आ जाएं. पार्टी सूत्रों की मानें तो इसकी शुरुआत झारखंड मुक्ति मोर्चा से निलंबित मांडू के विधायक जयप्रकाश भाई पटेल और आजसू पार्टी से निलंबित तमाड़ के विधायक विकास सिंह मुंडा कर सकते हैं. हालांकि, इसको लेकर बीजेपी का साफ कहना है कि राज्य और देश में विकास के कार्यक्रमों को लेकर एक तरफ आम लोगों में बीजेपी की तरफ रुझान बढ़ा है.


इसके साथ ही कई दलों के जनप्रतिनिधि ऑप्शन के रूप में इस तरफ देख रहे हैं. पार्टी के प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश ने कहा कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं हो कि दूसरे दल के विधायक भी पार्टी ज्वाइन करें. उन्होंने कहा कि पिछले रिकॉर्ड को देखें तो लगातार अन्य दलों से लोगों का बीजेपी में आना जारी है. उन्होंने कहा कि समय आने पर इसका खुलासा भी कर दिया जाएगा.


क्या कहते हैं विपक्षी दल के नेता?
हालांकि, इसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी की जमकर खिंचाई की है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बीजेपी अब भारतीय जुगाड़ पार्टी बन चुकी है. उसका एक ही उद्देश्य है कि इधर-उधर से लोगों को जोड़-तोड़ कर अपने यहां शामिल करवाना. उन्होंने कहा कि अगर उनके संपर्क में विपक्षी दलों के विधायक हैं तो कांग्रेस के संपर्क में भी बीजेपी के कई लोग हैं जो पलामू और संथाल परगना से संबंध रखते हैं.

ये भी पढ़ें: गिरिडीह: लव-कुश जयंती समारोह का आयोजन, पिछड़ों का आरक्षण बढ़ाने की मांग
नाम को लेकर हो रही है चर्चा
बीजेपी की तरफ शिफ्ट करने वालों में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कुणाल षाड़ंगी समेत कुछ अन्य विधायकों के नाम की चर्चा जोरों से हो रही है. हालांकि, षाड़ंगी ने कई बार इसे सिरे से खारिज किया है, लेकिन बीजेपी सूत्रों की मानें तो वह अभी भी पार्टी के संपर्क में हैं. इसके अलावे राजनीतिक हलकों में जिन नामों को लेकर चर्चा हो रही है उनमें झारखंड विकास मोर्चा के प्रकाश राम, कांग्रेस के बादल पत्रलेख और देवेंद्र सिंह समेत 6 से अधिक विधायकों के नाम शामिल हैं.

रांची: आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राज्य के विपक्षी दलों के कई विधायक सत्तारूढ़ बीजेपी की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं. अपने भविष्य की चिंता लिए लंबे समय से विधानसभा में विपक्षी खेमे में बैठने वाले विधायकों में से कुछ कमल खिलाने के मकसद से बीजेपी ज्वाइन करने की फिराक में हैं. इनमें से कुछ विधायक बीजेपी के आला नेताओं के लगातार संपर्क में भी हैं.

देखें पूरी खबर


पार्टी सूत्रों की माने तो विपक्षी दलों के कुछ विधायक राज्य में सरकार के मुखिया से अनौपचारिक मुलाकात भी कर चुके हैं. इनमें झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और झारखंड विकास मोर्चा के जनप्रतिनिधि शामिल हैं. यहां तक की आजसू से निलंबित विधायक भी बीजेपी ज्वाइन करने की रेस में हैं.


विधायकों पर है बीजेपी की नजर
दरअसल, प्रदेश में अपनी पकड़ मजबूत करने और विपक्षी दल को कमजोर करने के मकसद से बीजेपी भी इस फिराक में है कि अपोजिशन बेंच पर बैठने वाले कुछ विधायक उनकी छत के नीचे आ जाएं. पार्टी सूत्रों की मानें तो इसकी शुरुआत झारखंड मुक्ति मोर्चा से निलंबित मांडू के विधायक जयप्रकाश भाई पटेल और आजसू पार्टी से निलंबित तमाड़ के विधायक विकास सिंह मुंडा कर सकते हैं. हालांकि, इसको लेकर बीजेपी का साफ कहना है कि राज्य और देश में विकास के कार्यक्रमों को लेकर एक तरफ आम लोगों में बीजेपी की तरफ रुझान बढ़ा है.


इसके साथ ही कई दलों के जनप्रतिनिधि ऑप्शन के रूप में इस तरफ देख रहे हैं. पार्टी के प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश ने कहा कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं हो कि दूसरे दल के विधायक भी पार्टी ज्वाइन करें. उन्होंने कहा कि पिछले रिकॉर्ड को देखें तो लगातार अन्य दलों से लोगों का बीजेपी में आना जारी है. उन्होंने कहा कि समय आने पर इसका खुलासा भी कर दिया जाएगा.


क्या कहते हैं विपक्षी दल के नेता?
हालांकि, इसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी की जमकर खिंचाई की है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बीजेपी अब भारतीय जुगाड़ पार्टी बन चुकी है. उसका एक ही उद्देश्य है कि इधर-उधर से लोगों को जोड़-तोड़ कर अपने यहां शामिल करवाना. उन्होंने कहा कि अगर उनके संपर्क में विपक्षी दलों के विधायक हैं तो कांग्रेस के संपर्क में भी बीजेपी के कई लोग हैं जो पलामू और संथाल परगना से संबंध रखते हैं.

ये भी पढ़ें: गिरिडीह: लव-कुश जयंती समारोह का आयोजन, पिछड़ों का आरक्षण बढ़ाने की मांग
नाम को लेकर हो रही है चर्चा
बीजेपी की तरफ शिफ्ट करने वालों में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कुणाल षाड़ंगी समेत कुछ अन्य विधायकों के नाम की चर्चा जोरों से हो रही है. हालांकि, षाड़ंगी ने कई बार इसे सिरे से खारिज किया है, लेकिन बीजेपी सूत्रों की मानें तो वह अभी भी पार्टी के संपर्क में हैं. इसके अलावे राजनीतिक हलकों में जिन नामों को लेकर चर्चा हो रही है उनमें झारखंड विकास मोर्चा के प्रकाश राम, कांग्रेस के बादल पत्रलेख और देवेंद्र सिंह समेत 6 से अधिक विधायकों के नाम शामिल हैं.

Intro:बाइट 1 दीपक प्रकाश, महामंत्री, प्रदेश बीजेपी
बाइट 2 राजीव रंजन प्रसाद, प्रवक्ता जेपीसीसी

रांची। आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राज्य के विपक्षी दलों के कई विधायक सत्तारूढ़ बीजेपी की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहें है। अपने भविष्य की चिंता लिए लंबे समय से विधानसभा में अपोजिशन बेंच पर बैठने वाले विधायकों में से कुछ कमल खिलाने के मकसद से बीजेपी ज्वाइन करने की फिराक में है। उनमें से कुछ बीजेपी के आला नेताओं के लगातार संपर्क में भी हैं। पार्टी सूत्रों की माने तो विपक्षी दलों के कुछ विधायक राज्य में सरकार के मुखिया से अनौपचारिक मुलाकात भी कर चुके हैं। सूत्रों की मानें तो उनमें झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस और झारखंड विकास मोर्चा के जनप्रतिनिधि शामिल है। यहां तक कि आजसू से निलंबित विधायक भी बीजेपी जॉइन करने की रेस बताए जा रहे हैं।


Body:'कमजोर कड़ी' बने कुछ विधायकों पर है बीजेपी की नजर
दरअसल प्रदेश में अपनी पकड़ मजबूत करने और विपक्षी दल को कमजोर करने के मकसद से बीजेपी भी इस फिराक पर है कि अपोजिशन बेंच पर बैठने वाले कुछ विधायक उनकी छत के नीचे आ जाएं। पार्टी सूत्रों की माने तो इसकी शुरुआत झारखंड मुक्ति मोर्चा से निलंबित मांडू के विधायक जयप्रकाश भाई पटेल और आजसू पार्टी से निलंबित तमाड़ के विधायक विकास सिंह मुंडा कर सकते हैं। हालांकि उसको लेकर बीजेपी का साफ कहना है कि राज्य और देश में विकास के कार्यक्रमों को लेकर एक तरफ आम लोगों में बीजेपी की तरफ रुझान बढ़ा है। साथ ही कई दलों के जनप्रतिनिधि ऑप्शन के रूप में इस तरफ देख रहे हैं। पार्टी के प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश ने कहा कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं हो कि दूसरे दल के विधायक भी पार्टी ज्वाइन करें। उन्होंने कहा कि पिछले रिकॉर्ड को देखें तो लगातार अन्य दलों से लोगों का बीजेपी में आना जारी है। उन्होंने कहा कि समय आने पर इसका खुलासा भी कर दिया जाएगा।


Conclusion:क्या कहते हैं विपक्षी दल के नेता
हालांकि इसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी की जमकर खिंचाई की है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बीजेपी अब भारतीय जुगाड़ पार्टी बन चुकी है। उसका एक ही उद्देश्य है कि इधर उधर से लोगों को जोड़-तोड़ कर अपने यहां शामिल करवाना। उन्होंने कहा कि अगर उनके संपर्क में विपक्षी दलों के विधायक हैं तो कांग्रेस के संपर्क में भी बीजेपी के कई लोग हैं जो पलामू और संथाल परगना से संबंध रखते हैं।

किसके नाम को लेकर हो रही है चर्चा
बीजेपी की तरफ शिफ्ट करने वालों में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कुणाल सारंगी समेत कुछ अन्य विधायकों के नाम की चर्चा जोरों से हो रही है। हालांकि सारंगी ने कई बार इसे एक सिरे से खारिज किया है लेकिन बीजेपी सूत्रों की मानें तो वह अभी भी पार्टी के संपर्क में है। इसके अलावे राजनीतिक हलकों में जिन नामों को लेकर चर्चा हो रही है उनमें झारखंड विकास मोर्चा के प्रकाश राम कांग्रेस के बादल पत्रलेख और देवेंद्र सिंह समेत 6 से अधिक विधाकों के नाम शामिल हैं।
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