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रांची: शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का एक दिवसीय धरना, 9 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन की चेतावनी - Non-teaching staff protest

शिक्षकेत्तर कर्मचारी लगातार अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलित हैं. इसको लेकर उन्होंने राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू को एक ज्ञापन भी सौंपा है.

शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का एक दिवसीय धरना
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Published : Sep 16, 2019, 5:21 PM IST

रांची: झारखंड विश्वविद्यालय, महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ, झारखंड राज्य विश्वविद्यालय और महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के संयुक्त तत्वाधान में राजभवन के सामने शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना दिया. इस दौरान सातवें वेतनमान समेत 9 सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू को सौंपा गया.

वीडियो में देखें पूरी खबर

शिक्षकेत्तर कर्मचारी लगातार अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलित हैं. उन्होंने मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी उच्च शिक्षा और तकनीकी कौशल विकास विभाग को सौंपा है. इसको लेकर एक बार फिर सातवें वेतनमान को लागू करने, पांचवें छठे वेतनमान निर्धारण से वंचित कर्मचारियों का वेतन निर्धारण करने, एसीपी-एमसीपी लागू करने, सेवानिवृत्त की उम्र सीमा 62 वर्ष करने, जिन कर्मचारियों का वेतन रोका गया है उनका वेतन भुगतान करने जैसी 9 सूत्री मांगों को लेकर राजभवन के सामने एक दिवसीय धरना दिया.

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धरने के दौरान महासचिव शिवजी तिवारी ने कहा कि मांगे नहीं माने जाने पर इस आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से जारी रखा जाएगा. इसकी सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी. शिक्षकेतर कर्मचारियों के एक दिवसीय हड़ताल की वजह से विश्वविद्यालयों में कई तरह के कागजी कामकाज ठप हो गए.

रांची: झारखंड विश्वविद्यालय, महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ, झारखंड राज्य विश्वविद्यालय और महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के संयुक्त तत्वाधान में राजभवन के सामने शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना दिया. इस दौरान सातवें वेतनमान समेत 9 सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू को सौंपा गया.

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शिक्षकेत्तर कर्मचारी लगातार अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलित हैं. उन्होंने मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी उच्च शिक्षा और तकनीकी कौशल विकास विभाग को सौंपा है. इसको लेकर एक बार फिर सातवें वेतनमान को लागू करने, पांचवें छठे वेतनमान निर्धारण से वंचित कर्मचारियों का वेतन निर्धारण करने, एसीपी-एमसीपी लागू करने, सेवानिवृत्त की उम्र सीमा 62 वर्ष करने, जिन कर्मचारियों का वेतन रोका गया है उनका वेतन भुगतान करने जैसी 9 सूत्री मांगों को लेकर राजभवन के सामने एक दिवसीय धरना दिया.

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धरने के दौरान महासचिव शिवजी तिवारी ने कहा कि मांगे नहीं माने जाने पर इस आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से जारी रखा जाएगा. इसकी सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी. शिक्षकेतर कर्मचारियों के एक दिवसीय हड़ताल की वजह से विश्वविद्यालयों में कई तरह के कागजी कामकाज ठप हो गए.

Intro:रांची।

झारखंड विश्वविद्यालय महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ और झारखंड राज्य विश्वविद्यालय और महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के संयुक्त तत्वाधान में राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया .इस दौरान सातवें वेतनमान समेत अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी राज्यपाल श्रीमती द्रोपति मुर्मू को सौंपा गया.


Body:शिक्षकेतर कर्मचारी लगातार अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलित है. अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी उच्च शिक्षा और तकनीकी कौशल विकास विभाग को सौंपा गया है. लेकिन अब तक इनकी ओर सरकारी पदाधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया है .एक बार फिर सातवें वेतनमान लागू करने ,पांचवें छठे वेतनमान निर्धारण से वंचित कर्मचारियों का वेतन निर्धारण करने, एसीपी -एमसीपी लागू करने, सेवानिवृत्त की उम्र सीमा 62 वर्ष करने ,जिन कर्मचारियों का वेतन रोका गया है. उनका वेतन भुगतान करने जैसे 9 सूत्री मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया .धरने के दौरान महासचिव शिवजी तिवारी ने कहा कि मांगे नहीं माने जाने पर इस आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से जारी रखा जाएगा और इसकी सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.


Conclusion:शिक्षकेतर कर्मचारियों के एक दिवसीय हड़ताल की वजह से विश्वविद्यालयों में कई तरह के कागजी कामकाज ठप हो गया. हालांकि यह आंदोलन अगर जारी रहता तो राज्य के विश्वविद्यालयों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

बाइट-शिव जी तिवारी, महासचिव, विश्वविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी संघ
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