रांचीः वर्तमान में कोरोना संक्रमण की स्थिति और भविष्य में तीसरे लहर की आशंका को देखते हुए सीबीएसई (CBSE) ओर आईसीएसई(ICSE) 12वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. अब तक झारखंड एकेडमिक काउंसिल( Jharkhand academic council) की ओर से ना तो दसवीं की परीक्षा रद्द हुई है और ना ही 12वीं की परीक्षा को लेकर कोई निर्णय लिया जा सका है. शिक्षाविदों ने राज्य सरकार को सुझाव दिया है और विद्यार्थी हित में निर्णय लेने की मांग भी की है.
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सीबीएसई के बाद सीआईएसई और आईएससी बोर्ड ने भी कक्षा 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है. दरअसल, 12 वीं की बोर्ड की परीक्षा को रद्द करने का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में लिया गया है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. प्रधानमंत्री के फैसले के बाद अन्य राज्यों के भी 12 वीं की परीक्षा रद्द किए जाने की उम्मीद है लेकिन झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर ले जाने वाली 7 लाख से अधिक बच्चों का इंतजार अब तक खत्म नहीं हुआ है. 10वीं और 12वीं की परीक्षा को लेकर राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने अब तक कोई फैसला नहीं लिया है.
सीएम के पास है शिक्षा विभाग
शिक्षा विभाग फिलहाल मुख्यमंत्री के पास है और मुख्यमंत्री ही इस मामले को लेकर निर्णय लेंगे. जैक 12वीं बोर्ड की परीक्षा पर पूरे राज्य के अभिभावकों, विद्यार्थी और शिक्षाविदों की निगाहें टिकी हुई हैं. झारखंड बोर्ड 12वीं की परीक्षा 4 मई से 21 मई 2021 के बीच होनी थी लेकिन राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखकर परीक्षा स्थगित कर दी गयी थी. इस परीक्षा के लिए राज्य भर में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे लेकिन कोरोना के मामलों के मद्देनजर सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई. हालांकि अब शिक्षक, अभिभावक, विद्यार्थियों और शिक्षाविदों के साथ-साथ विभिन्न एसोसिएशन की ओर से भी 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द करने को लेकर मांग उठ रही है.
परीक्षा रद्द करने की मांग
शिक्षाविदों का कहना है कि राज्य सरकार जल्द से जल्द इस पर फैसला ले और विद्यार्थियों को उनके आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट करे. झारखंड पेरेंट्स एसोसिएशन के साथ-साथ स्कूल एसोसिएशन ने भी राज्य सरकार से इन दोनों परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की है.