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रिमांड पर कुख्यात नक्सली अखिलेश गोप , पुलिस पूछ रही AK-47 का पता - 13 नक्सली गिरफ्तार का मामला

पीएलएफआई के अखिलेश गोप समेत 13 नक्सली पिछले दिनों रांची पुलिस की पकड़ में आए थे. फिलहाल पुलिस अखिलेश को चार दिनों के लिए रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.

रिमांड पर नक्सली अखिलेश गोप
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Published : Nov 19, 2019, 8:17 AM IST

रांची: पीएलएफआई के सबजोनल कमांडर अखिलेश गोप को चार दिनों की रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस उसके पास रखे एके 47 रायफल की तलाश कर रही है. हालांकि पूछताछ के दौरान अभी तक पुलिस एके 47 का पता नहीं लगवा पाई है. कुख्यात नक्सली कमांडर अखिलेश अपने 13 साथियों के साथ 13 नवंबर को रांची से पकड़ा गया था.

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अखिलेश की जगह गोपाल मुंडा ने संभाला मोर्चा

अखिलेश ने बताया कि पकड़े जाने से एक दिन पहले ही एके 47 रायफल उसने सबजोनल कमांडर तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप को दे दिया था. इसके अलावा यह पहले से तय था कि अखिलेश के पकड़े जाने के बाद किसे कौन से क्षेत्र का एरिया कमांडर बनाया जाना है. अखिलेश की जगह उग्रवादी गोपाल मुंडा को एरिया कमांडर बनाया जाना तय था.

फिलहाल उत्तरी क्षेत्र में गोपाल मुंडा ने मोर्चा संभाल लिया है. अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इसके अलावा अखिलेश के दस्ते में हाल में तीन लोग जुड़े, जिसमें बिहार के नालंदा निवासी अवधेश यादव, लापुंग निवासी दुर्गा सिंह और मार्टिन नाम के सदस्य जुड़े हैं, जो रांची-खूंटी के बॉर्डर इलाके में सक्रिय हैं.

दिनेश गोप के लिए काम
अखिलेश ने बताया कि वह लेवी के लिए सुप्रीमो दिनेश गोप के इशारे पर हमला करता था. कंपनियों, ठेकेदारों और प्रतिष्ठान के कई मालिकों से डायरेक्ट दिनेश गोप बातचीत करता था. लेवी वसूलने के लिए अखिलेश अपने आदमी भेजता था या खुद भी पहुंचता था और लेवी देने से मना करने वालों पर हमला करता था. बता दें कि पुलिस ने शनिवार को अखिलेश को चार दिनों की रिमांड पर लिया था. मंगलवार को उसे वापस जेल भेज दिया जाएगा.

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आठ साथियों संग नगड़ी से हुआ था गिरफ्तार

13 अक्टूबर को रांची और खूंटी पुलिस ने अखिलेश गोप, हार्डकोर विनोद सांगा उर्फ झुबलू सहित 13 उग्रवादियों को जेल भेजा था. अखिलेश नगड़ी से अपने आठ साथियों समेत पकड़ा गया था, जबकि विनोद सांगा तीन साथियों के साथ कर्रा से पकड़ा गया था.

सभी कर्रा के पदमपुर निवासी रवि महतो की हत्या की योजना बनाते पकड़े गए थे. इनके पकड़े जाने के बाद नगड़ी और कर्रा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. इनके पास से 7.65 एमएम की दो पिस्टल, दो देशी कट्टा, 7.65 बोर की 16 गोलियां, प्वाइंट 315 बोर की तीन गोलियां, 24 मोबाइल, दो कार, एक बाइक और पीएलएफआइ का दो पर्चा बरामद किया गया था.

अब तक 13 की कर चुका है हत्या

अखिलेश ने पहली बार वर्ष 2016 में हत्या की घटना को अंजाम दिया था. अबतक के खुलासे में 13 लोगों की हत्या में संलिप्तता मिली है. कर्रा में दशरथ साहू, निशा कुमार, अनिल पारदिया और नंदकिशोर महतो की हत्या, तुपुदाना के हुडि़ंगदाग में जाकिर अंसारी सहित छह की हत्या, नगड़ी में लेवी के लिए बाबू खान की हत्या, चेटे गांव में कंस्ट्रक्शन साइट पर लगे इंजीनियर और सुपरवाइजर की हत्या की थी.

ये भी पढ़ें-कांग्रेस प्रत्याशी इरफान अंसारी ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- सरयू राय हैं नेक इंसान, इसलिए बीजेपी ने नहीं दिया टिकट

वहीं, हाल ही में बीते 3 नवंबर की रात बंडा गांव में पांच लाख लेवी के लिए ट्रैक्टर में आगजनी और मजदूर पर गोलीबारी की थी. अखिलेश के खिलाफ रांची के तुपुदाना, इटकी, नगड़ी, खूंटी के जरियागढ़, खूंटी, लापुंग और कर्रा थाने में मामले दर्ज है.

रांची: पीएलएफआई के सबजोनल कमांडर अखिलेश गोप को चार दिनों की रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस उसके पास रखे एके 47 रायफल की तलाश कर रही है. हालांकि पूछताछ के दौरान अभी तक पुलिस एके 47 का पता नहीं लगवा पाई है. कुख्यात नक्सली कमांडर अखिलेश अपने 13 साथियों के साथ 13 नवंबर को रांची से पकड़ा गया था.

ये भी पढ़ें-BJP सरकार में मंत्री रह चुके बड़कुंवर गागराई ने किया नामांकन, कहा- कमल को कतरते हुए बढूंगा आगे

अखिलेश की जगह गोपाल मुंडा ने संभाला मोर्चा

अखिलेश ने बताया कि पकड़े जाने से एक दिन पहले ही एके 47 रायफल उसने सबजोनल कमांडर तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप को दे दिया था. इसके अलावा यह पहले से तय था कि अखिलेश के पकड़े जाने के बाद किसे कौन से क्षेत्र का एरिया कमांडर बनाया जाना है. अखिलेश की जगह उग्रवादी गोपाल मुंडा को एरिया कमांडर बनाया जाना तय था.

फिलहाल उत्तरी क्षेत्र में गोपाल मुंडा ने मोर्चा संभाल लिया है. अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इसके अलावा अखिलेश के दस्ते में हाल में तीन लोग जुड़े, जिसमें बिहार के नालंदा निवासी अवधेश यादव, लापुंग निवासी दुर्गा सिंह और मार्टिन नाम के सदस्य जुड़े हैं, जो रांची-खूंटी के बॉर्डर इलाके में सक्रिय हैं.

दिनेश गोप के लिए काम
अखिलेश ने बताया कि वह लेवी के लिए सुप्रीमो दिनेश गोप के इशारे पर हमला करता था. कंपनियों, ठेकेदारों और प्रतिष्ठान के कई मालिकों से डायरेक्ट दिनेश गोप बातचीत करता था. लेवी वसूलने के लिए अखिलेश अपने आदमी भेजता था या खुद भी पहुंचता था और लेवी देने से मना करने वालों पर हमला करता था. बता दें कि पुलिस ने शनिवार को अखिलेश को चार दिनों की रिमांड पर लिया था. मंगलवार को उसे वापस जेल भेज दिया जाएगा.

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आठ साथियों संग नगड़ी से हुआ था गिरफ्तार

13 अक्टूबर को रांची और खूंटी पुलिस ने अखिलेश गोप, हार्डकोर विनोद सांगा उर्फ झुबलू सहित 13 उग्रवादियों को जेल भेजा था. अखिलेश नगड़ी से अपने आठ साथियों समेत पकड़ा गया था, जबकि विनोद सांगा तीन साथियों के साथ कर्रा से पकड़ा गया था.

सभी कर्रा के पदमपुर निवासी रवि महतो की हत्या की योजना बनाते पकड़े गए थे. इनके पकड़े जाने के बाद नगड़ी और कर्रा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. इनके पास से 7.65 एमएम की दो पिस्टल, दो देशी कट्टा, 7.65 बोर की 16 गोलियां, प्वाइंट 315 बोर की तीन गोलियां, 24 मोबाइल, दो कार, एक बाइक और पीएलएफआइ का दो पर्चा बरामद किया गया था.

अब तक 13 की कर चुका है हत्या

अखिलेश ने पहली बार वर्ष 2016 में हत्या की घटना को अंजाम दिया था. अबतक के खुलासे में 13 लोगों की हत्या में संलिप्तता मिली है. कर्रा में दशरथ साहू, निशा कुमार, अनिल पारदिया और नंदकिशोर महतो की हत्या, तुपुदाना के हुडि़ंगदाग में जाकिर अंसारी सहित छह की हत्या, नगड़ी में लेवी के लिए बाबू खान की हत्या, चेटे गांव में कंस्ट्रक्शन साइट पर लगे इंजीनियर और सुपरवाइजर की हत्या की थी.

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वहीं, हाल ही में बीते 3 नवंबर की रात बंडा गांव में पांच लाख लेवी के लिए ट्रैक्टर में आगजनी और मजदूर पर गोलीबारी की थी. अखिलेश के खिलाफ रांची के तुपुदाना, इटकी, नगड़ी, खूंटी के जरियागढ़, खूंटी, लापुंग और कर्रा थाने में मामले दर्ज है.

Intro:रांची पुलिस पीएलएफआई के सबजोनल कमांडर अखिलेश गोप को चार दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस उसके पास रखे एके 47 रायफल की तलाश कर रही है।हलाकि पूछताछ के दौरान अभी तक पुलिस एके 47 का पता नही लगवा पाई है।कुख्यात नक्सली कमाण्डर अखिलेश अपने 13 साथियो के साथ रांची से पकड़ा गया था।

बोला नही है एके 47

हालांकि उसने बताया है कि पकड़े जाने से एक दिन पहले ही एके 47 रायफल सबजोनल कमांडर तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप को दे दिया था। इसके अलावा पहले से यह तय था कि अखिलेश के पकड़े जाने के बाद किसे कौन क्षेत्र का एरिया कमांडर बनाया जाना है। अखिलेश की जगह उग्रवादी गोपाल मुंडा को एरिया कमांडर बनाया जाना तय था। फिलहाल उत्तरी क्षेत्र में गोपाल मुंडा ने मोर्चा संभाल लिया है। अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इसके अलावा अखिलेश के दस्ते में हाल में तीन लोग जुड़े थे। इनमें बिहार के नालंदा निवासी अवधेश यादव, लापुंग निवासी दुर्गा सिंह और मार्टिन नाम के सदस्य जुड़े हैं। जो रांची खूंटी के बॉर्डर इलाके में सक्रिय हैं।

दिनेश गोप के लिए काम
   
अखिलेश ने बताया कि वह लेवी के लिए सुप्रीमो दिनेश गोप के इशारे पर हमला करता था। कंपनियों, ठेकेदारों और प्रतिष्ठान के कई मालिकों से डायरेक्ट दिनेश गोप बातचीत करता था। लेवी वसूलने के लिए अखिलेश अपने आदमी भेजता था या खुद भी पहुंचता था। लेवी से इन्कार पर हमला करता था। पुलिस ने शनिवार को अखिलेश को चार दिनों की रिमांड पर लिया था। मंगलवार को उसे वापस जेल भेज दिया जाएगा। 


आठ साथियों संग नगड़ी से हुआ था गिरफ्तार : 

13 अक्टूबर को रांची और खूंटी पुलिस ने अखिलेश गोप, हार्डकोर विनोद सांगा उर्फ झुबलू सहित 13 उग्रवादियों को जेल भेजा था। अखिलेश नगड़ी से अपने आठ साथियों संग पकड़ा गया था। जबकि विनोद सांगा तीन साथियों के साथ कर्रा से पकड़ा गया था। सभी कर्रा के पदमपुर निवासी रवि महतो की हत्या की योजना बनाते पकड़े गए थे। उसकी दिनदहाड़े हत्या की जानी थी। इनके पकड़े जाने के बाद नगड़ी और कर्रा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनके पास से 7.65 एमएम की दो पिस्टल, दो देशी कट्टा, 7.65 बोर की 16 गोलियां, प्वाइंट 315 बोर की तीन गोलियां, 24 मोबाइल, स्कॉर्पियो कार, स्विफ्ट डिजायर कार, एक बाइक और पीएलएफआइ का दो पर्चा बरामद किया गया था।  


अब 13 की कर चुका है हत्या

अखिलेश ने पहली बार वर्ष 2016 में हत्या की घटना को अंजाम दिया था। अबतक के खुलासे में 13 लोगों की हत्या में संलिप्तता मिली है। कर्रा में दशरथ साहू व निशा कुमार, अनिल पारदिया व नंदकिशोर महतो की हत्या, तुपुदाना के हुडि़ंगदाग में जाकिर अंसारी सहित छह की हत्या, नगड़ी में लेवी के लिए बाबू खान की हत्या, चेटे गांव में कंस्ट्रक्शन साइट पर लगे इंजीनियर और सुपरवाइजर की हत्या की थी। हाल में बीते 3 नवंबर की रात बंडा गांव में पांच लाख लेवी के लिए ट्रैक्टर में आगजनी और मजदूर पर गोलीबारी की थी। अखिलेश के खिलाफ रांची के तुपुदाना, इटकी, नगड़ी, खूंटी के जरियागढ़, खूंटी, लापुंग और कर्रा थाने में मामले दर्ज हैं। 

फाइल फोटो
अखिलेश और उसके साथियो की गिरफ्तारी के समय का Body:1Conclusion:2
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