रांची: नवरात्रि यानी कि नौ रातें. शरद नवरात्र हिंदुओं के प्रमुख त्योहार में से एक है. नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के सभी नौ रूपों की पूजा की जाती है. नौ दिनों तक मां शक्ति के स्वरूपों की आराधना की जा रही है.
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जा रही है. मां ब्रह्मचारिणी को संयम की देवी भी कहा जाता है. माना जाता है कि देवी के इस रूप की पूजा करने से मनुष्य में तप, त्याग, सदाचार, संयम जागृत होती है.
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मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप
मां ब्रह्मचारिणी के दाएं हाथ में माला और बाएं हाथ में कमंडल है. शास्त्रों के अनुसार मां दुर्गा ने पार्वती के रूप में पर्वतराज के यहां बेटी बनकर जन्म लिया था. पार्वती ने महर्षि नारद के कहने पर देवाधिदेव महादेव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी. हजारों वर्षों तक की इस कठिन तपस्या के कारण ही इनका नाम ब्रह्मचारिणी पड़ा.
शारदीय नवरात्रि की तिथियां
- 29 सितंबर 2019: नवरात्रि का पहला दिन, कलश स्थापना, चंद्र दर्शन और मां शैलपुत्री की पूजा
- 30 सितंबर 2019: नवरात्रि का दूसरा दिन, द्वितीया, मां बह्मचारिणी पूजन.
- 01 अक्टूबर 2019: नवरात्रि का तीसरा दिन, तृतीया, मां चंद्रघंटा की आराधना.
- 02 अक्टूबर 2019: नवरात्रि का चौथा दिन, चतुर्थी, मां कुष्मांडा की पूजा.
- 03 अक्टूबर 2019: नवरात्रि का पांचवां दिन, पंचमी, स्कंदमाता की आराधना.
- 04 अक्टूबर 2019: नवरात्रि का छठा दिन, षष्ठी, सरस्वती पूजन.
- 05 अक्टूबर 2019: नवरात्रि का सातवां दिन, सप्तमी, मां कात्यायनी की पूजा.
- 06 अक्टूबर 2019: नवरात्रि का आठवां दिन, अष्टमी, मां कालरात्रि पूजा और कन्या पूजन.
- 07 अक्टूबर 2019: नवरात्रि का नौवां दिन, नवमी, मां महागौरी की आराधना, कन्या पूजन, नवमी हवन और नवरात्रि पारण
- 08 अक्टूबर 2019: विजयदशमी, दशहरा.