रांची: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण कई पर्व त्यौहार प्रभावित हुए हैं. कई समुदाय के लोगों ने सिर्फ सांकेतिक रूप से त्यौहार मनाने का काम किया है. चाहे वह शब-ए-बरात सरहुल हो या फिर रामनवमी हो सभी त्यौहार लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुए हैं. इस वक्त मुसलमानों का पावन महीना रमजान चल रहा है. ऐसे में ईद नहीं मनाने को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग अपील कर रहे हैं. अल्पसंख्यकों लोगों की माने तो जिस तरीके से वैश्विक महामारी के कारण कई पर्व त्यौहार झारखंड हो या फिर पूरे देश भर में नहीं मनाई गई, उसी प्रकार ईद भी इस बार नहीं मनाया जाएगा.
मुस्लिम समुदाय लोगों की माने तो पूरा देश इस वक्त वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जंग लग रहा है. ऐसे में वे तमाम मुसलमान भाइयों से आग्रह कर रहे हैं कि इस बार ईद सादगी के साथ मनाएं. ईद की खुशियों को देश के नाम कर देना चाहिए साथ ही उन्होंने अपील की है कि जिस तरीके से हर साल मुस्लिम समुदाय के लोग खरीदारी करते हैं उसे गरीब-लाचार जरूरतमंदो पर खर्च करें.
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इसके साथ ही सरकार के दिशा निर्देश पर लॉकडाउन किया गया है. उसका पालन करके अपने घर मे नमाज अदा कर ताकि इस महामारी से छुटकारा मिल सके क्योंकि आज पूरा देश इस महामारी से जंग लड़ रहा है.