रांची: तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हजाम गांव में वर्ष 2005 में डायन बिसाही के आरोप में हुई एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या के मामले में लगातार हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी चल रही है. फरार आरोपियों में से 16वां आरोपी झरिया मुंडा को 15 साल बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. सोमवार को उसे जेल भेजा जाएगा.
ससुराल में छिपकर रह रहा था झरिया
झरिया मुंडा घटना के बाद से भागकर अपने ससुराल रातू थाना क्षेत्र के सिमलिया भीठा टोली में छिपकर रह रहा था. इसकी गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. तुपुदाना थाना प्रभारी तारीक अनवर के अनुसार, फरार आरोपी झरिया मुंडा वर्ष 2005 में घटना को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहा था. घटना में शामिल 18 आरोपियो में अब तक 16 की गिरफ्तारी हो चुकी है. इस मामले में अब दो लोग फरार चल रहे हैं. उनकी तलाश में छापेमारी जारी है.
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एसआईटी का गठन
बता दें कि इस मामले में हरि महतो ने हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी. इस दौरान कोर्ट के संज्ञान में मामला आया था. इसके बाद हाई कोर्ट ने मामले को संज्ञान में लेकर रांची के एसएसपी को तलब किया था. इसपर एसएसपी ने फरार आरोपियों काे दो माह के भीतर गिरफ्तार करने का समय मांगा था. इसके बाद तुपुदाना में अलग केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई. मामले में एसआईटी का गठन कर आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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दर्दनाक ढंग से पूरे परिवार को मार डाला था
वर्ष 2005 में हजाम निवासी बिरबल महतो सहित उसके परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई थी. डायन बिसाही का आरोप लगाकर एक पूरे परिवार को मार डाला गया था. वारदात की रात बिरबल परिवार के सदस्य रात में सोए थे. बिरबल के गोतिया (रिश्तेदार) के आसमान महतो का बिरबल के साथ विवाद चल रहा था. इस विवाद को लेकर आसमान महतो ने ग्रामीणों को बिरबल की पत्नी को डायन बताकर हत्या के लिए उकसाया था. इसके बाद ही बिरबल के घर को घेरकर पूरे परिवार को मार डाला गया था.
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महिला टीओपी पहुंची थी
हालांकि, रात के अंधेरे का फायदा उठाकर महिला अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ झाड़ी में छिपकर रात बिताई थी. सुबह वह तुपुदाना टीओपी (अब ओपी) पहुंचकर मामले की जानकारी दी थी. उस समय पुलिस ने पागल समझकर मामले को हल्के में लिया था. इसके बाद धुर्वा थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी कमाल खान ने मामले को गंभीरता से लेकर घटनास्थल पहुंचे थे. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया था. इसके बाद गांव में छापेमारी की थी. उस समय ग्रामीण फरार हो गए थे. मामले में धुर्वा थाना में कांड संख्या 42/ 05 दर्ज किया गया था.