रांची: राजधानी के बड़ा तालाब में सौंदर्यीकरण का काम लगातार चल रहा है. हालांकि पहले फेज का भी काम जो 12 करोड़ 98 लाख रुपये का है, अब तक पूरा नहीं हुआ है. वहीं, दूसरे फेज के लिए भी लगभग 7 करोड़ का टेंडर निकलना है. सौंदर्यीकरण की बात तो दूर, आने वाले पर्व-त्योहारों के लिए भी बड़ा तालाब तैयार नहीं दिख रहा है. बुधवार को रांची सांसद संजय सेठ ने बड़ा तालाब का निरीक्षण के बाद कहा कि मैं इसका निरीक्षण करके शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूं.
उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर तक अगर पहले फेज का काम पूरा नहीं होगा तो काम कर रहे कॉंट्रेक्टर को आगे काम करने नहीं दिया जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री खुद श्रमदान कर रहे हैं. ऐसे में वो भी 2 दिनों के सभी कार्यों को स्थगित कर बड़ा तालाब में श्रमदान करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से भी अपील की कि श्रमदान कर बड़ा तालाब की स्थिति में सुधार लाने का प्रयास करें. उन्होंने निर्देश दिया कि बड़ा तालाब में बैरिकेडिंग कर किसी भी तरह के वाहन को धोने या तालाब गंदा करने का प्रयास करने वाले लोगों पर रोक लगाई जाए.
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उन्होंने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों के साथ बैठकर हालिया स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा यहां पर स्थापित की गई है और उनके सामने ही गंदगी फैली हुई है. साथ ही तालाब का 10 फीट पानी कम हो गया है, इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. उन्होंने कहा कि वह पहली बार निगम बोर्ड की बैठक में भी शामिल होंगे और वहां इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे. मुख्यमंत्री के प्रयास के बाद भी नीचे के जो लोग काम नहीं कर रहे हैं, उन्हें अब दंडित किया जाएगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह अपने कार्यकाल में रांची यूनिवर्सिटी को भी शहर से बाहर निर्धारित स्थान एचईसी इलाके में ले जाने का प्रयास करेंगे, ताकि लोगों को सुविधा मिल सके.
रांची सांसद संजय सेठ के निरीक्षण के दौरान बड़ा तालाब में पाई गई गंदगी को जल्द साफ करने के लिए कार्रवाई की जाएगी. शहर के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा है कि गुरुवार से बड़ा तालाब में सफाई का कार्य शुरू कर दिया जाएगा, ताकि आने वाले पर्व त्योहार में किसी भी तरह की परेशानी न हो. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्थाई व्यवस्था के तहत कार्य करवाए जाएंगे.