रांची: मेयर आशा लकड़ा ने दुर्गोत्सव की शुरुआत और शहर की सफाई के साथ स्ट्रीट लाइट को दुरुस्त करने की जरूरत को लेकर नगर आयुक्त को 5 अक्टूबर को पत्र लिखकर निर्देश दिया था. जिसमें 19 अक्टूबर को निगम परिषद की बैठक आहुत करें, लेकिन नगर आयुक्त की ओर से अब तक निगम परिषद की बैठक को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. परिषद की बैठक से संबंधित एजेंडा भी नगर आयुक्त को उपलब्ध कराया जा चुका है. सभी पार्षद श्री पब्लिकेशन के साथ किए गए एकरारनामा को लेकर कानूनी और तकनीकी खामियों की जानकारी चाहते हैं.
नगर आयुक्त को भेजा जाएगा पत्र
इसे लेकर मेयर ने कहा कि 48 घंटे के अंदर विशेष बैठक आहुत करने के लिए सोमवार को नगर आयुक्त को पत्र भेजा जाएगा. मेयर ने उन्हें आगाह किया है कि वे इस भ्रम में न रहें. मेयर लगातार सात वर्षों से रांची नगर निगम के क्रिया कलापों को देख रही हैं. सात वर्षो के दौरान तीन आईएएस अधिकारी नगर आयुक्त के पद पर रहे. पूर्व के अधिकारियों ने जब-जब गलत निर्णय की कोशिश की उन्हें आगाह करते हुए मोर्चा भी खोला. मेयर की ओर से पूर्व में उठाए गए विषय इस बात के प्रमाण हैं.
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बिना प्रक्रिया एकरारनामा
उन्होंने कहा कि अधिकारी ये ना समझें कि वे अपने मंसूबों में सफल होंगे. उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिस मामले को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है उस पर भी परिषद की बैठक में भी चर्चा की जाएगी. सभी वार्ड पार्षदों ने आग्रह किया है कि सूडा के माध्यम से की गई निविदा में क्या गड़बड़ी है और एकरारनामा से पूर्व संबंधित विषय को निगम परिषद की बैठक में क्यों नहीं लाया गया. अधिनियम संगत निगम परिषद की बैठक में लिए निर्णय का नगर आयुक्त ने अनुपालन क्यों नहीं किया और जो मामला उच्च न्यायालय में है उस पर प्रक्रिया किए बिना कैसे एकरारनामा किया गया.