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मेयर आशा लकड़ा ने धान खरीद को लेकर हेमंत सरकार पर साधा निशाना, कहा- किसानों को धोखा दे रही सरकार - धान खरीद पर मेयर आशा लकड़ा का बयान

मेयर आशा लकड़ा ने धान खरीद को लेकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की हितैषी है तो जल्द से जल्द पंचायत स्तर पर धन क्रय केंद्र खोलकर किसानों को उनकी उपज का निर्धारित मूल्य भुगतान करें.

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मेयर आशा लकड़ा
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Published : Dec 15, 2020, 7:11 PM IST

रांची: धान खरीद मामले में हेमंत सरकार पर हमला करते हुए शहर की मेयर आशा लाकड़ा ने मंगलवार को कहा है कि अन्नदाता धान की बिक्री के लिए परेशान हैं, जबकि बिचौलिए औने-पौने भाव पर किसानों से धान की खरीद कर उनकी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं. इसके बाद भी हेमंत सरकार किसानों को धान की उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने से पीछे हट रही है.

ये भी पढे़ं: कांग्रेस ने मनाई लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि, बीजेपी के किसान पंचायत पर साधा निशाना

हेमंत सरकार ने किसानों को दिया धोखा

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एमएसपी निर्धारित कर किसानों को उनका हक प्रदान किया है, जबकि हेमंत सरकार ने सिर्फ अपनी वाहवाही बटोरने के लिए एमएसपी के अतिरिक्त प्रति क्विंटल बोनस देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी किसान अपने-अपने खेतों में उपजे धन के फसल की कटाई कर खलिहानों में धान का भंडारण कर चुके हैं अब वे धान की बिक्री के लिए चिंतित हैं. राज्य सरकार ने धान अधिप्राप्ति केंद्र खोलने के नाम पर किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इशारे पर सभी जिलों में प्रशासनिक अधिकारी धान क्रय केंद्र के नाम पर खेल कर रहे हैं. सभी जिलों में इक्के-दुक्के धन क्रय केंद्र ही खुले हैं. राज्य में हालात ऐसे ही रहे तो किसानों की मेहनत बिचौलियों के भेंट चढ़ जाएगी. हेमंत सरकार में शामिल राजनीतिक दलों के नेता कृषि कानून का विरोध कर किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं. कृषि कानून की आड़ में राज्य सरकार बिचैलियों को प्रश्रय दे रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की हितैषी है तो जल्द से जल्द पंचायत स्तर पर धन क्रय केंद्र खोलकर किसानों को उनकी उपज का निर्धारित मूल्य भुगतान करें.

रांची: धान खरीद मामले में हेमंत सरकार पर हमला करते हुए शहर की मेयर आशा लाकड़ा ने मंगलवार को कहा है कि अन्नदाता धान की बिक्री के लिए परेशान हैं, जबकि बिचौलिए औने-पौने भाव पर किसानों से धान की खरीद कर उनकी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं. इसके बाद भी हेमंत सरकार किसानों को धान की उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने से पीछे हट रही है.

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हेमंत सरकार ने किसानों को दिया धोखा

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एमएसपी निर्धारित कर किसानों को उनका हक प्रदान किया है, जबकि हेमंत सरकार ने सिर्फ अपनी वाहवाही बटोरने के लिए एमएसपी के अतिरिक्त प्रति क्विंटल बोनस देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी किसान अपने-अपने खेतों में उपजे धन के फसल की कटाई कर खलिहानों में धान का भंडारण कर चुके हैं अब वे धान की बिक्री के लिए चिंतित हैं. राज्य सरकार ने धान अधिप्राप्ति केंद्र खोलने के नाम पर किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इशारे पर सभी जिलों में प्रशासनिक अधिकारी धान क्रय केंद्र के नाम पर खेल कर रहे हैं. सभी जिलों में इक्के-दुक्के धन क्रय केंद्र ही खुले हैं. राज्य में हालात ऐसे ही रहे तो किसानों की मेहनत बिचौलियों के भेंट चढ़ जाएगी. हेमंत सरकार में शामिल राजनीतिक दलों के नेता कृषि कानून का विरोध कर किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं. कृषि कानून की आड़ में राज्य सरकार बिचैलियों को प्रश्रय दे रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की हितैषी है तो जल्द से जल्द पंचायत स्तर पर धन क्रय केंद्र खोलकर किसानों को उनकी उपज का निर्धारित मूल्य भुगतान करें.

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