रांचीः महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ संयुक्त वाममोर्चा एकजुट होकर आंदोलन करेगा. बुधवार को सीपीआई प्रदेश कार्यालय में वामदलों की संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा की गई. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीएम), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीआई माले) और मार्क्सवादी समन्वय समिति (एमसीसी) की ओर से यह प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजति थी. जिसमें कहा गया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार महंगाई को नियंत्रित करने में नाकाम है.
यह भी पढ़ेंःझारखंड में कृषि कानून के विरोध में उतरे वामदल, 8 दिसंबर के भारत बंद का करेंगे समर्थन
उन्होंने केंद्र सरकार को अक्षम सरकार की संज्ञा देते हुए कहा कि दिन प्रतिदिन महंगाई बढ़ रही है और जनता परेशान है. वहीं युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि जो युवा नौकरी कर रहे हैं, उन्हें निकाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारी संस्थानों के निजीकरण का असर दिखने लगा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नाकामियों के खिलाफ वामदल देशभर में धरना प्रदर्शन करेगा.
सीपीआई के राज्य सहायक सचिन महेंद्र पाठक ने कहा कि 25 मई से 6 जून तक संयुक्त वामदल के नेता और कार्यकर्ता राज्यभर में महंगाई के खिलाफ लोगों को जागरूक करेंगे. इस दौरान पर्चा वितरण अभियान चलाया जाएगा. 31 मई को महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ राजभवन के पास विशाल मार्च निकाली जाएगी. इसके बाद 1 से 6 तक राज्यभर में युवाओं को साथ मिलकर धरना प्रदर्शन करेंगे. इस मौके पर मासस के सुशांतो मुखर्जी, सीपीएम के मेंबर सदस्य समीर दास, सीपीआई माले के सुबेंदू सेन सहित कई नेता उपस्थित थे.