रांची: झारखंड दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने झारखंड की हेमंत सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि झारखंड का केंद्र सरकार पर कोई बकाया नहीं है, ये सब सिर्फ भ्रामक खबरें हैं जिसे राज्य सरकार अपनी असफलता छिपाने के लिए फैला रही है.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने झारखंड की हेमंत सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है, रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय मंत्री ने झारखंड का करोड़ों रुपए केंद्र पर बकाया होने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि झारखंड सरकार जनता की नजर में फेल हो चुकी है, इसलिए भ्रामक सूचनाएं फैला रही है. गजेंद्र सिंह शेखावत ने यह बातें रांची के चैंबर भवन में आयोजित बजट पर चर्चा के दौरान कही. उन्होंने कहा कि झारखंड हो या कोई राज्य केंद्र के द्वारा किसी के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया जाता है.
बजट पर परिचर्चा करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत रविवार को झारखंड के दौरे पर पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम मन की बात को सुना. उसके बाद उन्होंने चैंबर भवन में आयोजित बजट पर परिचर्चा में भाग लिया. मुख्य वक्ता के तौर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह बजट सभी लोगों के लिए है. इसमें मध्यम वर्ग का खास ध्यान रखा गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस बजट में किए गए प्रावधान भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे.
केंद्रीय मंत्री का दावा, बजट में झारखंड को बहुत कुछ मिला
उन्होंने कहा कि 12 लाख रुपये तक की टैक्स छूट बड़ी बात है. इसका एक बड़े वर्ग पर अच्छा असर पड़ेगा. वे आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि इस बजट में झारखंड को बहुत कुछ मिला है. कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान दिया गया है. आदिवासी क्षेत्र में विशेष रूप से बनाई गई योजनाओं को लागू करने के लिए बड़ी राशि आवंटित की गई है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बुनियादी ढांचे के विकास में भी योगदान दे रही है ताकि झारखंड में पर्यटन का तेजी से विकास हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की हेमंत सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए ऐसी बातें कह रही है. केंद्रीय वित्त मंत्री ने संसद में साफ कहा है कि झारखंड ही नहीं, बल्कि देश के किसी भी राज्य पर किसी तरह का पैसा बकाया नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि झारखंड सरकार तर्कहीन बातें कर रही है.
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